केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को गोवा में आईएनएस विक्रमादित्य पर सुरक्षाकर्मियों के साथ योग किया. इस दौरान राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत 26/11 हमले को कभी भूल नहीं सकता है. उन्होंने कहा कि हमने जो पहले गलतियां की है, उसे अब नहीं दोहराएंगे. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि देश की समुद्री सीमाओं पर आतंकी हमले का खतरा आज भी बरकरार है. उन्होंने पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा कि इस साजिश के पीछे एक पड़ोसी मुल्क की साजिश है और वो भारत को अस्थिर करना चाहता है, लेकिन उसका मंसूबा कामयाब नहीं होने दिया जाएगा.
आईएनएस विक्रमादित्य पर योग करने के बाद रक्षा मंत्री ने पत्रकारों को कहा कि भारत 26/11 के आतंकी हमले को नहीं भूल सकता है. उन्होंने पाकिस्तान को चेताते हुए कहा कि मुंबई हमले के दौरान जो चूक हमने की थी उसे फिर से दोहरा नहीं सकते हैं. इसलिए इंडियन नेवी और कोस्ट गार्ड हमेशा अलर्ट और सतर्क हैं. बता दें कि युद्धपोत आईएनएस विक्रमादित्य इस वक्त देश की पश्चिमी जल सीमा की ओर गश्त लगा रहा है.
पत्रकारों ने जब राजनाथ सिंह से देश की समुद्री सीमा पर खतरे के बारे में सवाल पूछा तो उन्होंने कहा, "दुनिया के हर देश को पर्याप्त सुरक्षा रखनी होती है, हम किसी भी संभावना से इनकार नहीं कर सकते हैं." आगे उन्होंने कहा, "जब हमारे पड़ोसी मुल्क का सवाल आता है, आप अच्छी तरह से जानते हैं कि भारत को अस्थिर करने के लिए वो नापाक हरकतें करता रहता है."
राजनाथ सिंह ने शनिवार की रात आईएनएस विक्रमादित्य पर ही गुजारी और सबमरीन, फ्रिगेट और एयरक्राफ्ट करियर की कार्यप्रणाली को समझने की कोशिश की. जम्मू-कश्मीर में आतंकी खतरे के बारे में उन्होंने कहा कि किसी को ये बताने की जरूरत नहीं है कि अगर आतंकी यहां आते हैं तो उनका क्या अंजाम होगा.