केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा के सिक्योरिटी गार्ड की गुंडागर्दी की तस्वीरें सामने आने के बाद मंत्री ने इस विवाद से खुद को किनारा कर लिया है. शर्मा ने कहा कि वो उनके गार्ड नहीं थे, बल्कि किसी प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड थे.
महेश शर्मा ने कहा, 'वो लोग दूसरी गाड़ी में थे. पहले मेरी गाड़ी निकल गई, जिसके बाद ये सब हुआ. यह दो गुटों में झड़प जैसी बात है. मैंने संबंधित आरडब्लूए से इस घटना के लिए तत्काल माफी मांगी. मामले में जांच के निर्देश दिए गए हैं, तत्काल कार्रवई हुई है. उन लोगों को हटा दिया गया है. मैं और क्या कर सकता हूं?'
गाजियाबाद स्थित हाउसिंग सोसायटी की घटना
बता दें कि दिल्ली से सटे गाजियाबाद की एक ग्रुप हाउसिंह सोसायटी के गेट पर केंद्रीय मंत्री की गाड़ी को कुछ देर तक सोसायटी के सिक्योरिटी गार्ड ने रोक लिया. इससे नाराज होकर मंत्री के सुरक्षाकर्मी ने सोसायटी के 3 सिक्योरिटी गार्ड को बुरी तरह पीट दिया.
दो मिनट की देरी के कारण हुआ बवाल
घटना गुरुवार शाम 5 बजे की है. बताया जात है कि सोसायटी के सुरक्षा गार्ड ने उनसे फ्लैट का नंबर पूछा, इसमें तकरीबन 2 मिनट का समय लगा और मंत्री की गाड़ी एंट्री प्वॉइंट पर इतनी ही देर रुकी रही. बस इतने में ही मंत्री के साथ चल रही पुलिस का स्टीकर लगी नीली बत्ती की स्कार्पियो में सवार सुरक्षाकर्मी ने गेट पर मौजूद तीन गार्डों के साथ मारपीट शुरू कर दी.