केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने परिवारवाद और वंशवाद की राजनीति पर करारा तंज कसा है. किसी पार्टी का नाम लिए बिना निशाना साधते हुए गडकरी ने कहा कि पहले प्रधानमंत्री के पेट से प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के पेट से मुख्यमंत्री पैदा हुए, लेकिन हमें इसे बदलना होगा. यह लोकतंत्र के अस्तित्व में न होने के बराबर ही है.
केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'हम गरीब आबादी वाले एक समृद्ध राष्ट्र हैं. जिन्होंने शासन किया, उन्होंने अपने परिवारों को फायदा पहुंचाया. PM के पेट से PM पैदा हुए और CM के पेट से CM पैदा हुए. वहीं, MLA के पेट से MLA और MP के पेट से MP पैदा हुए, लेकिन हमें इसे बदलना होगा.'
We're a rich nation with poor population.Those who ruled benefitted their own families. PM ke paet se PM paida hua. CM ke paet se CM paida huye.MLA ke paet se MLA aur MP ke paet se MP paida huye.Democracy is close to being non-existent. We've to change this: Nitin Gadkari (27.10) pic.twitter.com/Ycfdkloiz6
— ANI (@ANI) October 27, 2018
उन्होंने कहा कि BJP किसी एक परिवार की पार्टी नहीं है. यह ऐसी पार्टी नहीं है, जो जाति, धर्म और भाषा के आधार पर राजनीति करती है. अटल बिहारी वाजपेयी हमारे सबसे दिग्गज नेता थे, लेकिन बीजेपी कभी भी उनके या फिर लालकृष्ण आडवाणी के नाम से पहचानी नहीं गई. गडकरी ने कहा, 'राजनाथ सिंह और मैं बीजेपी के अध्यक्ष रहे हैं, लेकिन बीजेपी हमारे नाम से नहीं पहचानी जाती है.
BJP isn't one family's party. It isn't a party which does politics on basis of caste,religion,language.Vajpayee ji was our tallest leader but BJP was never identified with his or Advani ji's name.Rajnath ji&I were its Pres but it wasn't identified with our names: N Gadkari(27.10) pic.twitter.com/Dp2994KKMO
— ANI (@ANI) October 27, 2018
इससे कुछ दिन पहले ‘आजतक’ के फ्लैगशिप शो ‘सीधी बात’ में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था कि हमारी पार्टी परिवारवाद की पार्टी नहीं है. ये विचारों और कार्यकर्ताओं की पार्टी है, जो सिद्धांतों पर चलती है. उन्होंने कहा था कि बीजेपी की स्थापना देश का भविष्य बदलने के लिए हुई.