गोवा के टूरिज्म मंत्री श्रीपद नाइक ने पब संस्कृति का विरोध करते हुए कहा कि इसका इस्तेमाल टूरिज्म के टॉनिक की तरह नहीं होना चाहिए. गौरतलब है कि इससे पहले गोवा के पीडबल्यूडी मंत्री सुदीन धवालीकर ने लड़कियों के छोटे कपड़े में पब में जाने को स्थानीय संस्कृति के खिलाफ बताया था और इसे बंद करने की मांग भी की थी. अब टूरिज्म मंत्री के इस बयान से ऐसा लगता है कि इन दिनों गोवा में मंत्री अपने काम से ज्यादा ध्यान भारतीय संस्कृति की रक्षा में लगा रहे हैं.
दरअसल, जब नाइक से धवालीकर के बयान के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं पता कि उन्होंने कहा क्या है? पर मैं यही कहूंगा कि पब कल्चर पर नियंत्रण जरूरी है. इन जगहों पर जो भी कुछ अवांछनीय हो रहा है वह नहीं होना चाहिए.'
उन्होंने कहा, 'हमारी संस्कृति के लिए क्या सही है, इसका फैसला हमें करना है. अगर हम पब कल्चर पर पाबंदी नहीं लगाएंगे तो यह फैलेगा और यह हमारे देश के हित में नहीं है. हमें पर्यटन के और तरीकों पर ध्यान देना होगा.' वहीं गोवा में मसाज पार्लर के बढ़ते तादाद पर उन्होंने कहा, 'हमें मसाज पार्लरों को गलत काम के लिए अपना कैंपस इस्तेमाल करने से रोकना होगा. नियमों को तोड़ने वाले के खिलाफ कार्रवाई तो करनी होगी.'
छोटे कपड़े में लड़कियों का पब जाना कल्चर के खिलाफः गोवा के मंत्री
गोवा सरकार के पीडब्ल्यूडी मंत्री सुदीन धवालीकर ने कहा था, 'छोटे कपड़े में लड़कियों का पब जाना हमारी संस्कृति के लिए उपयुक्त नहीं है. अगर हम इसे मंजूरी देते हैं तो हमारे गोवा की संस्कृति का क्या होगा. कम कपड़े में लड़कियों का पब जाना गलत संस्कृति को दर्शाता है और इसे बंद किया जाना चाहिए.'
शॉर्ट ड्रेस के बाद अब गोवा के मंत्री को बिकिनी से भी परहेज
पब में छोटे कपड़ों का विरोध कर विवाद में फंसे गोवा के मंत्री सुदिन धावालिकर ने बिकिनी को लेकर बयान दिया. सुदिन ने मंगलवार को सरकार से मांग की कि वह गोवा के समुद्र तट पर बिकिनी पहनने पर प्रतिबंध लगाए. मंत्रीजी का तर्क है इससे छेड़छाड़ जैसी घटनाओं में वृद्धि होती है.