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'कांग्रेस के डीएनए में नहीं है लोकतंत्र, मां-बेटे का चलता है हुक्म'

कांग्रेस के 25 लोकसभा सदस्यों को पांच बैठकों के लिए निलंबित किए जाने को सोनिया गांधी द्वारा ‘लोकतंत्र की हत्या’ करार दिए जाने पर सरकार ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस के डीएनए में लोकतंत्र नहीं है. इस पार्टी पर ‘मां-बेटा’ का हुक्म चलता है.

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कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी.

कांग्रेस के 25 लोकसभा सदस्यों को पांच बैठकों के लिए निलंबित किए जाने को सोनिया गांधी द्वारा ‘लोकतंत्र की हत्या’ करार दिए जाने पर सरकार ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस के डीएनए में लोकतंत्र नहीं है. इस पार्टी पर ‘मां-बेटा’ का हुक्म चलता है.
 
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने संसद के मानसून सत्र के बाधित होने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी पार्टी अपनी अयोग्यता और प्रधानमंत्री मोदी की ‘सफलता’ से ‘ईर्ष्यावश ऐसा कर रही है.
 
उन्होंने कहा कि यदि विपक्ष संसद की कार्यवाही चलने देगा तो प्रधानमंत्री मोदी बोलेंगे. सोनिया-राहुल गतिरोध के लिए समान रूप से जिम्मेदार हैं. लोकसभा अध्यक्ष का 25 सदस्यों को निलंबित करने का फैसला उनका अधिकार है.

कांग्रेस के डीएनए में नहीं है लोकतंत्र
जावड़ेकर ने कहा, 'मैं हैरान हूं कि कांग्रेस लोकतंत्र के बारे में बात कर रही है. पूरी पार्टी अलोकतांत्रिक है. इसे लोकतंत्र की भाषा का इस्तेमाल करते देखना शैतान को बाइबल का पाठ करते देखने जैसा है. इसके डीएनए में कोई लोकतंत्र नहीं है.'

निलंबन की घटनाओं का किया जिक्र
कांग्रेस सरकार के समय सदस्यों के निलंबन की घटनाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि फरवरी 2014, सितंबर 2013, अगस्त 2013, अप्रैल 2012 और मार्च 1989 में तत्कालीन लोकसभा अध्यक्षों ने 16, 9, 8 और 63 सदस्यों को तीन से पांच दिनों के लिए निलंबित किया था.

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