सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सोमवार सुबह अपने मंत्रालय के दफ्तर सरप्राइज चेकिंग करने पहुंचे तो वहां का हाल देखकर बेहद नाराज हुए. जावड़ेकर सुबह 9.15 बजे ही अपने विभाग के दफ्तर पहुंच गए इस वक्त तक बहुत सारे कर्मचारी ऑफिस नहीं पहुंचे थे.
सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने खाली सीटों की तस्वीरें खिंचवाई और फिर वहां मौजूद लोगों को कहा कि लेट आने वालों को उनसे मिलने के लिए कहा जाए. मंत्री जी के फरमान के बाद लेट पहुंचने वाले कर्मचारी आनन-फानन में उनके दफ्तर पहुंचे. जहां पर उन्हें एक दिन की छुट्टी लेने का आदेश दे दिया गया. प्रकाश जावड़ेकर के इस औचक निरीक्षण में 200 लोग फंस गए.
26 मई को शपथ ग्रहण करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ कर दिया था कि उनकी सरकार 'maximum governance and minimum government' के एजेंडे पर काम करेगी. उन्होंने अधिकारियों से कहा था कि बेहतर रिजल्ट के लिए काम में देरी न हो, साथ में लालफीताशाही को भी खत्म किया जाए. नौकरशाहों को फाइलों के जल्द से जल्द निपटारे का निर्देश दिया गया है और ऐसा नहीं होना की स्थिति में उनके खिलाफ कार्रवाई करने की भी बात कही गई है.