केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने बताया कि भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) ने बुलेट प्रूफ जैकेट को लेकर स्टैंडर्ड तय किया है. उन्होंने बताया, 'मेक इन इंडिया के तहत जवानों के लिए बुलेट प्रूफ जैकेट तैयार की गई है, जो अंतरराष्ट्रीय मानक से बेहतरीन बुलेट प्रूफ जैकेट है. ये जैकेट अभी सीआरपीएफ को सप्लाई की गई है. इस जैकेट को डीआरडीओ और रक्षा मंत्रलय ने मिलकर बीआईएस के मानक पर तैयार किया है.'
जैकेट की कीमत भी 50 फीसदी कम
पासवान ने कहा, 'ये जैकेट हल्का है. क्वालिटी में सबसे अच्छा है. इस जैकेट की कीमत भी 50 फीसदी कम है.' पासवान ने कहा कि इस बुलेट प्रूफ जैकेट का निर्यात होने लगा है, इस जैकेट से जावानों की प्राण की रक्षा होगी.
उन्होंने बताया, 'यह जैकेट नीति आयोग और गृह मंत्रालय के कहने पर तैयार की गई है. करीब 3.5 लाख जैकेट्स की आवश्यकता है.'
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इस बुलेट प्रूफ जैकेट की खूबियां गिनाते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'इस जैकेट का इस्तेमाल करना आसान है, वजन भी कम है और इसे आसानी से उतारा भी जा सकता है.'
छह लेवल का प्रोटेक्शन
पासवान ने कहा, 'इस जैकेट में छह लेवल का प्रोटेक्शन है. जैकेट का वजन दस किलो है, लेकिन वेट डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम के कारण जवान को पहनने के बाद इसका वजन पांच किलो ही महसूस होगा.' मालूम हो कि पहले जैकेट में स्टील प्लेट लगी होती थी, पर अब इसमें बोरोन कार्बाईड प्लेट्स लगी है, जिससे वजन कम हो गया है.
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि दिसंबर 2018 में जैकेट के लिए स्टैंडर्ड नोटिफाई हुई थी. वहीं, उन्होंने बताया कि इसका इस्तेमाल सभी फोर्सेस कर सकेंगी. इसके कुछ मेटीरियल बाहर से जरूर आए हैं, लेकिन इसकी प्रोसेसिंग भारत में ही हो रही है.'