राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत के बयान के बाद एक बार फिर देश में आरक्षण पर बहस छिड़ गई है. अब इसपर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने बयान दिया है. रामदास अठावले का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई बार कहा है कि आरक्षण (दलितों और पिछड़ों का) कम नहीं होगा.
Union Minister Ramdas Athawale: PM Modi ji has said it several times that reservation (of Dalits & OBCs) will not be reduced. I don't think there is any need to review reservation. People who should get reservation will surely get reservation. pic.twitter.com/Z0nYkpkZsc
— ANI (@ANI) August 20, 2019
अठावले ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि आरक्षण की समीक्षा करने की कोई आवश्यकता है. जिन लोगों को आरक्षण मिलना चाहिए, उन्हें आरक्षण जरूर मिलेगा.
दरअसल, भागवत ने रविवार को एक कार्यक्रम में कहा कि जो आरक्षण के पक्ष में हैं और जो इसके खिलाफ हैं, उन्हें सौहार्दपूर्ण वातावरण में इस पर विमर्श करना चाहिए. संघ प्रमुख ने कहा कि उन्होंने आरक्षण पर पहले भी बात की थी लेकिन तब इस पर काफी बवाल मचा था और पूरा विमर्श असली मुद्दे से भटक गया था.
भागवत ने कहा कि जो आरक्षण के पक्ष में हैं, उन्हें इसका विरोध करने वालों के हितों को ध्यान में रखते हुए बोलना चाहिए. वहीं जो इसके खिलाफ हैं उन्हें भी वैसा ही करना चाहिए. भागवत के इस बयान के बाद विवाद बढ़ गया था.
इस बयान के बाद कांग्रेस ने आरएसएस और बीजेपी पर दलित-पिछड़ा विरोधी होने का आरोप लगाया. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि गरीबों के आरक्षण को खत्म करने के षड्यंत्र व संविधान बदलने की अगली नीति बेनकाब हो गई है. गरीबों के अधिकारों पर हमला, संविधान सम्मत अधिकारों को कुचलना, दलितों-पिछड़ों के अधिकार छिनना, यही असली भाजपाई एजेंडा है. विवाद बढ़ता देख आरएसएस ने संघ प्रमुख के बयान पर सफाई जारी की.