पूर्वोत्तर भारत पर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में मुख्य रूप से ध्यान दे रही है और अब कम से कम एक केंद्रीय मंत्री प्रत्येक 15 दिन पर क्षेत्र के एक राज्य का दौरा करेगा.
बीते सोमवार को केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में मोदी ने इस बात पर जोर दिया था कि मंत्रियों को सात पूर्वोत्तर राज्यों के साथ ही हिमालयी राज्य सिक्किम पर विशेष ध्यान देना चाहिए. मोदी ने मंत्रियों से कहा था कि वे इन राज्यों पर उचित समय दें और उसके अनुरूप ही अपना कार्यक्रम बनायें.
केंद्रीय रसायन मंत्री अनंत कुमार को मंत्रियों के साथ शुरूआती समन्वय की जिम्मेदारी सौंपी गई है ताकि उनकी नियमित आधार पर क्षेत्र में मौजूदगी सुनिश्चित की जा सके. उन्होंने तीन चार दिन पहले कार्यक्रम तय करने के लिए इस मुद्दे पर कुछ मंत्रियों से मुलाकात की थी. सभी केंद्रीय मंत्रियों (कैबिनेट, राज्य मंत्रियों और स्वतंत्र प्रभार वाले मंत्रियों) से आने वाले दिनों में पूर्वोत्तर क्षेत्र के अपने दौरों का कार्यक्रम जमा कराने को कहा गया है.
एक मंत्री ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर कहा, 'हम दौरे के लिए कोई भी राज्य चुनने के लिए स्वतंत्र हैं. दौरे के दौरान स्थानीय नेताओं और अधिकारियों से विकास के मुद्दे पर बातचीत करना शामिल है.' सरकारी सूत्रों ने कहा कि पूर्वोत्तर और जम्मू कश्मीर प्रधानमंत्री के ध्यान देने वाले प्रमुख क्षेत्र हैं और उनका इस बात पर विशेष जोर दिया है कि सरकार की योजनाओं को इस क्षेत्र के लोगों तक पहुंचाने के लिए इसकी सटीक और उचित योजना बनाई जाए.