मोहन भागवत के बयान पर शिवसेना ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा है कि संघ हमारे चक्कर में ना पड़े. यह मराठी मानुष का मामला है. उद्धव ठाकरे ने कहा कि मुंबई मराठियों का है किसी दूसरे का नही.
इससे पहले संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक सभी भारतीयों का है. संघ का भाषा या प्रान्तवाद में विश्वास नहीं है. मोहन भागवत के इस बयान पर शिवसेना ने विरोध जाहिर करते हुए कहा है कि संघ दक्षिण भारत में उत्तर भारतीयों की स्थिति को देखे. मुंबई मराठियों का है.
मोहन भागवत के बयान पर शिवसेना की प्रतिक्रिया से बीजेपी भी नाराज दिख रहा है हालांकि बीजेपी प्रमुख नीतीन गडकरी ने इस पर किसी प्रकार की प्रतिक्रिया से इनकार कर दिया है.
इससे पहले शिवसेना ने शाहरुख खान और आमिर खान के बयान का विरोध किया था और मुंबई में शाहरुख की फिल्म 'माई नेम इज खान' के पोस्टर को फाड़ दिया था.
आईपीएल में पाकिस्तानी खिलाड़ियों के मुद्दे पर शाहरुख के बयान को लेकर बाल ठाकरे ने पार्टी के मुखपत्र सामना में संपादकीय था कि उन्हें कसाब को अपनी टीम का कप्तान और अफजल गुरु को उप-कप्तान बना लेना चाहिए.