गणतंत्र दिवस के अवसर पर असम के 3 जिलों (डिब्रूगढ़, चराइदेव और तिनसुकिया) में ग्रेनेड के जरिए 5 बड़े धमाके किए गए हैं. ये धमाके रविवार सुबह उस समय हुए, जब गणतंत्र दिवस समारोह को लेकर पूरे देश में जश्न का माहौल था और सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए थे. अब इन धमाकों का उल्फा ने जिम्मेदारी ली है.
गणतंत्र दिवस के मौके पर रविवार को असम धमाकों से हिल उठा. धमाके की सूचना पाकर अलग-अलग जगहों पर स्थानीय प्रशासन के साथ-साथ पुलिसबल पहुंचे. जांच में पता चला कि किसी भी तरह का बड़ा नुकसान नहीं हुआ.
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प्रशासन के मुताबिक किसी जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है. जहां तीन धमाके डिब्रूगढ़ जिला में हुए, वहीं एक धमाका चराईदेव में हुआ. गणतंत्र दिवस पर सुरक्षा के कड़े इंतजामों के बाद भी यह धमाका हैरान करने वाला है. जाहिर है कि इसी वजह से सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल भी उठा है.
अपराधियों को मिलेगी कठोर सजा
असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने इस घटना की निंदा की है. उन्होंने इसे आतंकियों की कायराना हरकत कहा है. सर्वानंद सोनोवाल ने एक ट्वीट में कहा कि असम में कुछ स्थानों पर
बम धमाकों की कड़ी निंदा करता हूं. लोगों द्वारा खारिज किए जाने के बाद आतंकवादी संगठनों ने भड़ास निकालते हुए पवित्र दिन के मौके पर दहशत पैदा करने वाली यह कायराना हरकत की है. अपराधियों को सजा देने के लिए हमारी सरकार कठोर कदम उठाएगी.Our Govt will take the sternest action to bring the culprits to book.
— Sarbananda Sonowal (@sarbanandsonwal) January 26, 2020
प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (स्वतंत्र) (उल्फा-1) ने रविवार को महा हड़ताल का आवाह्न करते हुए नागरिकों से गणतंत्र दिवस समारोह नहीं मनाने के लिए कहा था.
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