उन्नाव और कठुआ गैंगरेप की घटनाओं ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है. हर कोई पीड़िताओं को इंसाफ दिलवाने के लिए अपनी ओर से आवाज़ बुलंद कर रहा है. वहीं हर किसी की मांग है कि आरोपियों को सख्त से सख्त सज़ा दी जाए. इस बीच महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा भी इन घटनाओं से आहत हैं उन्होंने ट्विटर पर अपने गुस्से को जाहिर किया है.
आनंद महिंद्रा ने ट्विटर पर लिखा कि जल्लाद की नौकरी ऐसी नहीं है कि हर कोई उसे चाहे. लेकिन अगर रेप करने वालों आरोपियों और छोटी बच्चियों को मारने वालों को सज़ा देने की बात हो तो मैं ये नौकरी खुशी-खुशी करना चाहूंगा. मैं शांत रहने की काफी कोशिश करता हूं लेकिन अपने देश में इस प्रकार की घटनाएं देखकर मेरा खून खौलता है.
The job of executioner is not an aspirational job. But for the execution of brutal rapists & murderers of young girls I would volunteer unhesitatingly. I work hard to stay calm, but my blood boils over to see this happen in our country.. https://t.co/1VXD5QfYKA
— anand mahindra (@anandmahindra) April 15, 2018
गौरतलब है कि इन घटनाओं को लेकर पूरे देश में कई तरह के प्रदर्शन निकाले जा रहे हैं. मुंबई, दिल्ली समेत देश के प्रमुख शहरों में समाज के कई लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
रविवार को भी उन्नाव और कठुआ रेप केस के विरोध में सिविल सोसायटी के लोगों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया. इस विरोध प्रदर्शन में बड़ी तादाद में लोग शामिल हुए. प्रदर्शन में पुरुष, महिला, थर्ड जेंडर, छात्र, वरिष्ठ नागरिकों समेत छोटे बच्चे भी शामिल हुए. इन लोगों की मांग है कि उन्नाव और कठुआ घटना के दोषियों को सख्त सजा दी जाए. यह प्रदर्शन शाम करीब पांच बजे से शुरू हुआ.
इस प्रदर्शन में देश के विभिन्न हिस्सों और विश्वविद्यालयों- जवाहर लाल यूनिवर्सिटी, दिल्ली यूनिवर्सिटी, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्र और शिक्षक पहुंचे हैं. इनके अलावा सुप्रीम कोर्ट के कई वकील भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हैं.