उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के नेताओं की बदजुबानी का सिलसिला जारी है. अमरोहा में पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और राज्य मंत्री का दर्जा हासिल करने वाले जावेद आबिदी ने अधिकारियों के ख़िलाफ आग उगली.
'नहीं मानोगे तो डंडों की भाषा समझाई जाएगी'
जावेद आबिदी ने कहा कि अगर अफसर प्यार की भाषा नहीं मानेंगे तो उन्हें कोड़े और डंडों की भाषा समझाई जाएगी. वे मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के करीबी माने जाते हैं. वे राज्य मंत्री का दर्जा मिलने के बाद पहली बार अपने जिले में आए थे. उनके स्वागत समारोह में भी कानून की धज्जियां उड़ाई गईं.
मीडिया पर तोहमत
वहीं, कुशीनगर में समाजवादी पार्टी के विधायक पूर्णमासी देहाती ने महिलाओं पर बढ़ते अपराध की तोहमत मीडिया पर मढ़ दी. देहाती ने कहा कि जरा सी खबर को मीडिया बढ़ा-चढ़ाकर पेश करती है.
उसी मंच पर बैठे पार्टी के एक और विधायक राधेश्याम सिंह और अधिकारियों ने इस बयान पर ठहाका भी लगाया. कुशीनगर में स्कूल के उद्घघाटन के इस कार्यक्रम में सैकड़ों छात्र बैठे हुए थे.
समाजवादी पार्टी का कड़ा रुख
उधर, समाजवादी पार्टी ने सूबे के मंत्रियों और वरिष्ठ नेताओं के बेतुके बयानों पर कड़ा रुख अख्तियार करते हुए कहा कि पार्टी नेतृत्व उन पदाधिकारियों को बुलाकर उनसे जवाब तलब करेगा.
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव की तैयारियों के तहत सपा द्वारा शुरू किये गये जनसम्पर्क अभियान के दौरान राज्य के वस्त्र उद्योग मंत्री शिवकुमार बेरिया एटा में भड़काउ टिप्पणी करते हुए और अधिकारियों को उनकी ‘औकात’ बताते दिखायी पड़े तो मथुरा में पर्यटन मंत्री ओम प्रकाश सिंह ने कानून-व्यवस्था के बजाय मीडिया के दिमाग में खराबी होने की बात कह डाली.