उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के कुंडा में पुलिस उपाधीक्षक की हत्या के मामले में साजिश रचने के आरोपी पूर्व खाद्य एवं रसद मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की जल्द गिरफ्तारी नहीं होने का संकेत दिया.
अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) अरुण कुमार ने राजा भैया की गिरफ्तारी की सम्भावना संबंधी सवाल पर कहा, ‘आपराधिक षड्यंत्र के मामलों में सबसे पहले अपराध किसने किया, इसका पता लगाया जाता है. उसके बाद साजिश किसने रची, इसकी पड़ताल होती है. अभी तो इसी की जांच हो रही है कि अपराध को किसने अंजाम दिया.’
गौरतलब है कि गत शनिवार की रात उग्र भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने कुंडा के क्षेत्राधिकारी जिया-उल-हक की हत्या के मामले में क्षेत्र के निर्दलीय विधायक राजा भैया के खिलाफ हत्या की साजिश रचने का मुकदमा दर्ज किया गया है.
इस मामले में इस्तीफा दे चुके राजा भैया की गिरफ्तारी की मांग जोर शोर से की जा रही है. कुमार ने बताया कि प्रदेश सरकार ने कुंडा में हुई वारदात की सीबीआई से जांच कराने के सम्बन्ध में केन्द्र को पत्र भेजा है और मामले से जुड़े सभी चार मुकदमे केन्द्रीय एजेंसी के सुपुर्द किये जाएंगे.