प्रतापगढ़ के कुंडा में सीओ के तौर पर तैनात पुलिस उपाधीक्षक जियाउल हक हत्याकांड में नाम आने के बाद सोमवार को मंत्री पद से इस्तीफे देने वाले रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने कहा कि उनका हत्याकांड से कोई लेना देना नहीं है. उनके खिलाफ साजिश की गई.
विपक्षी दलों के हंगामे और मामले को तूल पकड़ता देख राजा भैया ने सोमवार सुबह मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से लखनऊ में मुलाकात करके अपना इस्तीफा सौंप दिया. उनका इस्तीफा भी स्वीकार कर लिया गया.
इस्तीफा देने के बाद राजा भैया ने अपनी सफाई में कहा कि मेरा सीओ हत्याकांड से कोई लेना देना नहीं है. मुझे सीओ की हत्या करवाने की क्या जरूरत थी अगर सीओ से मुझे कोई समस्या होती तो मैं तबादला करवा देता. मेरी सरकार थी और मैं मंत्री पद पर था.
उन्होंने कहा कि सीओ करीब छह महीने से कुंडा में तैनात थे. वह बहुत अच्छे और सरल स्वभाव के अधिकारी थे. मुझे उनसे कोई दिक्कत नहीं थी. उल्टा मैंने सुना कि वह खुद कहते थे कि कुंडा में कोई राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं किया जाता. काम करने के लिए यह अच्छी जगह है.