प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने यूपीए-2 सरकार के चार साल पूरे होने के मौके पर कई बातें कही लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि स्वतंत्र मीडिया और सक्रिय नागरिक समाज सरकार पर जल्द और निर्णायक कार्रवाई के लिए दबाव बनाता है तथा कभी कभी इस वजह से ‘जल्दबाजी वाले फैसले’ हो जाते हैं.
मनमोहन ने कहा, ‘हम दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र हैं जहां स्वतंत्र मीडिया है और सक्रिय नागरिक समाज का आंदोलन भी बढ़ रहा है.’
उन्होंने कहा, ‘परंतु ये सभी मोर्चे पर जल्द और निर्णायक कार्रवाई के लिए दबाव बनाते हैं. इससे कभी कभी बेसब्री बढ़ती है और जल्दबाजी वाले फैसले होते हैं.’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘समस्याएं नयी अथवा कोई अनोखी बात नहीं हैं. इन समस्याओं के बारे में चेतना और निवारण की मांग पूरी दुनिया में बढ़ी है. यह खासतौर पर लोकतांत्रिक देशों में हुआ है.’