शिवसेना ने एक बार फिर कांग्रेस को जमकर पर लताड़ा है. पार्टी के मुखपत्र सामना में कहा गया है कि सोनिया गांधी को असम जाकर बांग्लादेशी घुसपैठियों के आंसू पोछने के लिए समय मिल जाता है. लेकिन जिस जवान ने देश की रक्षा करते हुए अपनी जान कुर्बान कर दी. उन शहीदों के घर जाकर उनके परिजनों से मिलने का वक्त नहीं है.
शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' में शिव सेना के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने लिखा है कि यूपीए सरकार खुद 'बिना सिर की सरकार' है. वह शहीद हेमराज का सिर कैसे लाएगी ? उस वीर की माता, उस शहीद की माता, उन्हें माफ करे.
इस लेख में उद्धव ठाकरे ने यह भी लिखा है कि 'देश के गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे उस मां को यह कहेंगे कि जो हुआ उसे भूल जाओ. बेटे का सिर काटने पर इतना आक्रोश क्यों? इस दुख को भुलाने के लिए सरकार ने पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी और हॉकी खिलाड़ियों को देश में न्योता दिया है.'
इससे पहले पुंछ में पाक की करतूत पर शिवसेना ने बदले की बात कही थी. उद्धव ठाकरे ने पहले भी लिखा है कि भारत सरकार में हिम्मत है तो उसे पाकिस्तान में घुसकर उससे बदला लेना चाहिए, ऐसा करके ही एलओसी पर शहीद हुए जवानों को सच्ची श्रद्धांजलि मिल पाएगी.
सोमवार को शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने फ्लैग मीटिंग को नाटक करार देते हए कहा है कि सरकार को सेना से कार्रवाई करानी चाहिए. उधर आरएसएस के नेता एम जी वैद्य ने भी पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए जवाबी हमला करने की वकालत की है.एनसीपी नेता अजीत पवार ने भी शिवसेना का समर्थन किया है. उन्होंने कहा है कि बॉर्डर की घटना सवा करोड़ हिंदुस्तानियों का अपमान है.