पेट्रोल, डीज़ल और रसोई गैस की कीमतें बढ़ाई जाने की कड़ी आलोचना करते हुए मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने कहा कि आम आदमी की दुहाई देकर सत्ता में आई यह सरकार उसी को निशाना बनाए हुए है.
तेल के अंतरराष्ट्रीय दामों की सरकार की दलील को ‘बकवास’ बताते हुए उसने कहा इन पर 100 प्रतिशत कर लगाने से जनता को इतनी अधिक कीमत चुकानी पड़ रही है. पार्टी प्रवक्ता प्रकाश जावडेकर ने संवाददाताओं से कहा कि पेट्रोल और डीज़ल के दामों में एक बार पुन: वृद्धि करके आम आदमी पर दोबारा बोझ बढ़ाने के संप्रग सरकार के इस कृत्य की हम भर्त्सना करते हैं. खाद्य पदार्थों के दाम 17 से 20 प्रतिशत तक पहले ही बढ़ चुके हैं और आम जनता मंहगाई से त्राहि-त्राहि कर रही है. सरकार ने पेट्रोल चार से पांच रूपए, डीज़ल दो रूपए और केरोसिन तीन रूपए प्रति लीटर तथा रसोई गैस 35 रूपए प्रति सिलेण्डर बढ़ाने की घोषणा की है.
जावडेकर ने कहा कि आम आदमी को राहत देने की बजाय यह सरकार इस तरह के कदमों से उनका जीना ही दुश्वार करती जा रही है. सरकार की इस दलील को उन्होंने ‘‘बकवास’’ बताया कि अंतरराष्ट्रीय दामों के अनुरूप पेट्रोलियम पर्दार्थो में वृद्धि की जा रही है.
उन्होंने कहा कि अगर कर नहीं लगाए जाएं तो आज के अंतरराष्ट्रीय मूल्यों के आधार पर पेट्रोल और डीज़ल के दाम 25 रूपए प्रति लीटर से अधिक नहीं होंगे. भारत में पेट्रोल और डीज़ल पर 100 प्रतिशत कर लगाए जाने के कारण उनकी जनता को उसकी इतनी अधिक कीमत चुकानी पड़ती है.