गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुंबई हमलों और बाबरी मस्जिद कांड पर पाकिस्तान के गृहमंत्री रहमान मलिक की टिप्पणियों का जवाब नहीं देने के कारण यूपीए सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘उनमें हिम्मत की कमी है.’
नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस पर सर क्रीक के मुद्दे पर देश को अंधेरे में रखने का आरोप लगाया. मोदी ने प्रांतीज में एक चुनाव रैली को संबोधित करते हुए आरोप लगाया, ‘केंद्र सरकार इतनी कमजोर है कि मलिक भारत आते हैं और आधिकारिक रूप से यह कहते हैं कि मुंबई हमला 1992 के बाबरी मस्जिद विध्वंस के समान है.’
मोदी 17 दिसंबर को होने वाले दूसरे चरण के विधानसभा चुनाव के प्रचार के अंतिम दिन पर रैली को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा, ‘बाबरी मस्जिद विध्वंस भारत का अंदरूनी मामला है. यदि भारत सरकार में कुव्वत थी, तो उसे पाकिस्तान से आए शिष्टमंडल से इन टिप्पणियों के लिए माफी मांगने को कहना चाहिए था.’ मलिक ने भारत आने के बाद 26-11 के मुंबई हमले और 1992 के बाबरी मस्जिद कांड की तुलना कर दी थी.
पाकिस्तानी गृहमंत्री ने अपने बयान के महत्व को कम करते हुए कहा कि उन्होंने दोनों घटनाओं की तुलना करने की कोशिश नहीं की थी और अंतर-धर्म मामले में हस्तक्षेप करने की उनकी कोई मंशा नहीं थी.
सर क्रीक मामले पर प्रधानमंत्री को पत्र लिखने वाले नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्हें कोई उत्तर नहीं मिला है. मोदी ने कहा, ‘सर क्रीक पर न तो प्रधानमंत्री ने मेरे सवालों का जवाब दिया, ना ही कांग्रेस पार्टी ने...आपने इस मुद्दे पर भारत के लोगों को अंधेरे में रखा है.’ उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री कार्यालय ने बुधवार को मोदी के बयान को ‘असत्य’ करार देते हुए खारिज कर दिया था.