भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को दिल्ली में लोकसभा चुनाव को लेकर सीटों के तालमेल पर सहमति का ऐलान जिस वक्त किया उसी दौरान बिहार के अरवल जिले में NDA में घटक राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के मुखिया और केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव से बंद कमरे में मुलाकात की. तेजस्वी और उपेंद्र कुशवाहा के बीच हुई इस बैठक ने अटकलों का बाजार गर्म कर दिया कि अगर उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी को NDA में सम्मानजनक सीटें नहीं मिलती है तो वह महागठबंधन में शामिल हो सकते हैं. हालांकि, महागठबंधन में भी उपेंद्र कुशवाहा के लिए रास्ते मुश्किल भरे हैं.
सूत्रों की मानें तो तेजस्वी यादव ने राष्ट्रीय लोक समता पार्टी को महागठबंधन में शामिल होने पर 4 लोकसभा सीटें देने का ऑफर दिया है मगर उपेंद्र कुशवाहा 6 सीटों की मांग कर रहे हैं. जाहिर सी बात है, उपेंद्र कुशवाहा फिलहाल दो नावों की सवारी कर रहे हैं और जहां से उन्हें बेहतरीन तवज्जो मिलेगी उसी नाव पर बैठ जाएंगे. इसी बीच इस बात की भी जानकारी मिली है कि सोमवार को उपेंद्र कुशवाहा की अमित शाह से दिल्ली में सीटों को लेकर में बैठक होने वाली है जिसके बाद ही वह आगे कोई फैसला लेंगे कि उन्हें NDA में बने रहना है या फिर महागठबंधन में शामिल होंगे.
उपेंद्र कुशवाहा ने महज संयोग बताया था
एक दिलचस्प बात यह भी सामने आई है कि अरवल में तेजस्वी के साथ अपनी मुलाकात को उपेंद्र कुशवाहा ने महज संयोग बताया था मगर आरजेडी के विश्वस्त सूत्रों ने बताया है कि यह बैठक उस वक्त ही तय हो गई थी जब नीतीश कुमार ने सीटों के तालमेल पर बात करने के लिए 1 दिन पहले दिल्ली रवाना हुए थे.
NDA में बने रहने के लिए 3 लोकसभा सीटों से कम पर कोई समझौता नहीं
आज तक से खास बातचीत करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि उन्होंने उपेंद्र कुशवाहा को महागठबंधन में शामिल होने का ऑफर दिया है अब फैसला उन्हें करना है. इधर राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के उपाध्यक्ष जितेंद्र नाथ ने भी आज तक से खास बातचीत में कहा था कि उनकी पार्टी NDA में बने रहने के लिए 3 लोकसभा सीटों से कम पर कोई समझौता नहीं करेगी. जितेंद्र नाथ ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा के वोट बैंक को देखते हुए पार्टी को 3 से ज्यादा सीटें मिली चाहिए.