साम्प्रदायिक हिंसा पर चर्चा को लेकर संसद में बुधवार को जमकर हंगामा हुआ. हंगामे के चलते लोसकभा की कार्यवाही पहले 12 बजे तक और फिर 2 बजे तक स्थगित कर दी गई. देश में बढ़ते सांप्रदायिक दंगों पर चर्चा की मांग को लेकर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी लोकसभा के वेल में चले गए. उनके साथ अन्य सांसद भी थे. उन्होंने लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन पर पक्षपात का आरोप लगाया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी सीधा हमला बोला.
लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी पार्टियों के सांसदों ने उत्तर प्रदेश के सांप्रदायिक दंगे पर चर्चा कराए जाने और सांप्रदायिक हिंसा के खिलाफ विधेयक सदन में लाने की मांग की. लेकिन लोकसभा स्पीकर ने उनकी मांग को खारिज कर दिया. इसके बाद कांग्रेस सांसदों ने लोकसभा में खूब हंगामा किया.
कुछ मिनट बाद राहुल के नेतृत्व में कांग्रेस सांसद लोकसभा अध्यक्ष के आसन के पास चले गए, जिसे देखते हुए अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी. इस बीच कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने इस मामले में स्पीकर पर पक्षपात का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, हमें बोलने नहीं दिया जा रहा है. राहुल ने पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला करते हुए कहा कि देश में सिर्फ एक व्यक्ति की ही बात सुनी जा रही है, और किसी को बोलने का अधिकार नहीं है. साम्प्रदायिक हिंसा पर चर्चा की मांग करते हुए राहुल गांधी लोकसभा के वेल में आ गए.
संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू ने सदन में कांग्रेस के हंगामे के बाद कहा, ‘कांग्रेस के लिए बुरे दिन हैं, लेकिन देश के अच्छे दिन आए हैं.’ वैंकेया ने कहा, ‘कांग्रेस बौखला गई है, जिस तरह से कांग्रेस कर रही है वह दुखद है. उन्होंने सालों राज किया है और अपने कार्यकाल में क्या किया है ये सब जानते हैं. उन्हें पता है कि सदन कैसे स्थगित की जाती है.’
उधर सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी लोकसभा में कांग्रेसी सांसदों के व्यवहार से दुखी हैं. वे चाहत हैं कि लोकसभा में एनडीए के उपस्थित मैनेजर मामले को जल्दी सुलझाए. सूत्रों के मुताबिक, सदन स्थगित होने के बाद राहुल गांधी और कमलनाथ वहां लाल कृष्ण आडवाणी से मिले. आडवाणी ने राहुल गांधी को कहा कि सदन ऐसे नहीं चलती, अपने सांसदों को समझाओ. इसके जवाब में राहुल गांधी ने उन्हें कहा कि हम सांप्रदायिक मुद्दे पर बात करना चाहते हैं, लेकिन हमें बोलने नहीं दिया जा रहा है.
समाजवादी पार्टी के नेता नरेश अग्रवाल ने संसद में राहुल गांधी के हंगामे पर कहा, ‘अच्छा है राहुल गांधी को 5 स्टार से निकलकर वेल में जाना आ गया है और अब उन्हें संजय गांधी की तरह सड़क पर भी उतरना चाहिए, पर इससे वो कांग्रेस को पटरी पर ला पाएंगे?’
उधर एनडीए की अहम सहयागी शिव सेना नेता संजय राउत ने लोकसभा में सांप्रदायिक हिंसा पर चर्चा को लेकर वेल में उतरे राहुल गांधी को आड़े हाथ लिया. उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस एक छोटी पार्टी है और छोटी पार्टी के सांसद ही प्रदर्शन करने के लिए वेल में उतरते है.’
राहुल गांधी के वेल में उतरने पर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यह सदन का मुद्दा है और इस पर जो फैसला लेना होगा स्पीकर लेंगी. राजनाथ सिंह ने कहा, ‘नरेंद्र मोदी ना तो सांप्रदायिक हैं और ना तानाशाह. अगर वो ऐसे होते तो पूर्ण बहुमत से जनता उन्हें नहीं जिताती.’
इससे पहले कांग्रेस ने देश में बढ़ती साम्प्रदायिक हिंसा को लेकर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया और प्रश्नकाल स्थगित करने की मांग की. बीजेपी नेता राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी विपक्ष की भूमिका को नहीं समझ रहे हैं. रूडी ने हालांकि, राहुल के आक्रामक रुख को उनकी ‘हताशा’ करार दिया है.
पार्टी सांसद राजीव प्रताप रूड़ी ने कहा, ‘यहां एक प्रक्रिया है जिसका पालन अध्यक्ष को करना पड़ता है. अध्यक्ष के खिलाफ यह आरोप लगाना कांग्रेस की हताशा को जाहिर करता है. वे किसी चर्चा में हिस्सा नहीं लेना चाहते.’