बजट में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में की गयी वृद्धि को वापस लिये जाने की मांग पर अड़े विपक्षी राजग और सरकार को बाहर से समर्थन दे रहे कुछ दलों ने राज्यसभा में बुधवार को हंगामा किया जिसके कारण बैठक शुरू होने के कुछ ही देर बाद कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिये स्थगित कर दी गई. वहीं महंगाई पर रोक लगाने की मांग को लेकर लोकसभा में विपक्षी तथा सरकार को बाहर से समर्थन दे रहे कुछ दलों के सदस्यों द्वारा किए गए भारी हंगामे के कारण सदन की बैठक आज शुरू होने के छह मिनट बाद ही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी.
राज्य सभा में बैठक शुरू होने पर भाजपा के नाथ जी. नाइक को सदन की सदस्यता की शपथ दिलायी गयी. इसके बाद सदस्यों ने सदन के दो पूर्व सदस्यों एम एस अब्दुल खादर और नाना देशमुख को श्रद्धांजलि दी. श्रद्धांजलि देने के बाद जैसे ही सभापति ने प्रश्नकाल शुरू करने का ऐलान किया, भाजपा, शिवसेना, बीजू जनता दल, जदयू, राजद, माकपा, बसपा, सपा, अन्नाद्रमुक के सदस्यों ने पेट्रोल..डीजल की कीमतों में वृद्धि वापस लेने की मांग करते हुए हंगामा शुरू कर दिया. सभापति ने सदस्यों से शांत रहने और प्रश्नकाल चलने देने की अपील की, लेकिन हंगामा जारी रहा. करीब पांच मिनट के भीतर ही सभापति ने बैठक दोपहर 12 बजे तक के लिये स्थगित कर दी.
वहीं दूसरी ओर महंगाई पर रोक लगाने की मांग को लेकर लोकसभा में विपक्षी तथा सरकार को बाहर से समर्थन दे रहे कुछ दलों के सदस्यों द्वारा किए गए भारी हंगामे के कारण सदन की बैठक आज शुरू होने के छह मिनट बाद ही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी. सुबह बैठक शुरू होने पर अध्यक्ष मीरा कुमार ने प्रश्नकाल की घोषणा की जिस पर समूचा विपक्ष , वाम दल तथा सरकार को बाहर से समर्थन दे रहे सपा, बसपा और राजद सदस्य अपने अपने स्थानों पर खड़े होकर महंगाई पर लगाम लगाए जाने की मांग करने लगे. कुछ ही क्षण बाद सपा और राजग सदस्य आसन के समक्ष आकर मंहगाई के खिलाफ नारे लगाने लगे.
अध्यक्ष ने सदस्यों को आश्वासन दिया कि वह प्रश्नकाल के बाद सदस्यों को इस विषय को उठाने का मौका देंगी लेकिन सदस्यों की नारेबाजी बदस्तूर जारी रही. अध्यक्ष ने हंगामा शांत नहीं होते देख बैठक छह मिनट बाद ही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी. हंगामे के दौरान सदन में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी तथा विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज मौजूद थीं.