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लोकसभा में आज फिर छाए रहे आज तक के खुलासे

लोकसभा में गुरुवार को भी आज तक और इंडिया टुडे के नोटों का जुगाड़ तंत्र और अगस्तावेस्टलैंड के खुलासे ही छाए रहे. इन्हीं मुद्दों पर लोकसभा की कार्यवाही पूरे दिन के लिए नहीं चल पाई.

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संसद में जारी है गतिरोध
संसद में जारी है गतिरोध

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लोकसभा में गुरुवार को भी आज तक और इंडिया टुडे के नोटों का जुगाड़ तंत्र और अगस्तावेस्टलैंड के खुलासे ही छाए रहे. इन्हीं मुद्दों पर लोकसभा की कार्यवाही पूरे दिन के लिए नहीं चल पाई.

लोकसभा में गुरुवार को सत्ता पक्ष ने आज तक-इंडिया टुडे का अगस्ता वेस्टलैंड को लेकर खुलासे का मुद्दा उठाया. सत्ता पक्ष ने उसको लेकर हंगामा किया और कहा कि इस मामले में जो खुलासे हुए हैं उस पर चर्चा होनी चाहिए.

उधर विपक्ष भी नोट बंदी के मामले को लेकर हंगामा करता रहा. जिस वजह से लोकसभा की कार्यवाही पहले 12:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई और उसके बाद जैसे ही 12:00 बजे हाउस शुरू हुआ सत्ता पक्ष और विपक्ष एक बार फिर आमने-सामने थे.

सत्ता पक्ष ने एक बार फिर अगस्ता वेस्टलैंड और नोटों के जुगाड़ के मामले में इंडिया टुडे-आज तक द्वारा किए गए खुलासे को उठाया. संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार का कहना है कि 'हम लोग तो शुरू से ही नोट बंदी के मुद्दे पर बहस करना चाहते हैं. लेकिन विपक्ष ही बहस से भाग रहा है.' उन्होंने कहा कि अगस्ता वेस्टलैंड को लेकर के यह लोग एक्सपोज़ हो गए हैं और संसद में बहस नहीं करना चाहते. कांग्रेस और विपक्ष संसद नहीं चलने देना चाहता हैं.'

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अगस्ता वेस्टलैंड को लेकर अनंत कुमार ने कहा कि 'इस पर हम लोग चर्चा करना चाहते हैं, सोनिया गांधी और राहुल गांधी को भी इस चर्चा में भाग लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी इसलिए चर्चा से भाग रहे हैं क्योंकि उनके पास कहने के लिए कुछ नहीं है.'

उधर विपक्ष का कहना है कि सरकार खुद ही बहस नहीं करवाना चाहती है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदन में ना आकर संसद के बाहर बोलते हैं. उधर तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने सुबह संसद भवन परिसर में गांधी स्टेच्यू के पास धरना प्रदर्शन किया और नोट बंदी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि नोट बंदी से देश में मजदूर और गरीब के हालात खराब हो गए हैं. इसको वापस लिया जाना चाहिए. तृणमूल कांग्रेस के सांसद सुदीप बंदोपाध्याय का कहना है कि नोट बंदी के खिलाफ हमारा आंदोलन संसद और संसद के बाहर जारी रहेगा. इस बीच विपक्ष की 16 पार्टियों के सांसदों ने राष्ट्रपति से शुक्रवार को मिलने का समय मांगा है.

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