देश में छिड़ी बढ़ती असहिष्णुता की बहस जहां एक ओर मंगलवार को राष्ट्रपति भवन तक पहुंच गई है, वहीं केंद्र सरकार के मंत्री और सांसद इसे केंद्र के खिलाफ राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय साजिश करार दे रहे हैं. इस कड़ी में नया बयान बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने दिया है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा है कि सामंती मानसिकता की सनक समाज के सौहार्द के सत्यानाश की साजिश रच रहे हैं.
बुधवार को ट्विटर पर हिंदी और अंग्रेजी में ट्वीट कर नकवी ने लिखा, 'सहिष्णुता पर सामंती मानसिकता की सियासी सनक समाज के सौहार्द के सत्यानाश की साजिश...'
सहिष्णुता पर सामंती मानसिकता की सियासी सनक समाज के सौहार्द के सत्यानाश की साजिश.....
— Mukhtar Abbas Naqvi (@naqvimukhtar) November 4, 2015
उन्होंने इसी आशय का एक ट्वीट अंग्रेजी में भी किया है.
The issue of “tolerance & intolerance” is nothing but it is “frustrated feudal fraternity’s fabricated Fasaad”.
— Mukhtar Abbas Naqvi (@naqvimukhtar) November 4, 2015
दूसरी ओर, मंगलवार को कांग्रेस की ओर से बढ़ती असहिष्णुता के मुद्दे पर राष्ट्रपति भवन तक मार्च पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा, 'उन्होंने कल मार्च क्यों किया? क्या कहीं दंगा हुआ है? वो सिर्फ सरकार का अपमान करना चाहत हैं.' नकवी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि ऐसा कर वह सिर्फ राजनीतिक लाभ के लिए मुद्दों का निर्माण करना चाहती है.
पीएम की चुप्पी पर सोनिया ने उठाए सवाल
गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस के नेताओं ने मंगलवार को संसद से राष्ट्रपति भवन तक मार्च निकाला था. इसका मकसद देश में बढ़ती असहिष्णुता और हिंसा के खिलाफ विरोध दर्ज कराना था. मार्च के बाद कांग्रेस नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से भी मुलाकात की.
राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद सोनिया गांधी ने कहा, 'आज देश में डर का माहौल है और कुछ तत्व जानबूझकर सांप्रदायिक तनाव पैदा कर रहे हैं. कांग्रेस पार्टी ऐसी शक्तियों के साथ पूरी ताकत से लड़ेगी. हमने राष्ट्रपति को इस सिलसिले में ज्ञापन सौंपा है.' कांग्रेस ने बढ़ती असहनशीलता पर चिंता जताई और साथ ही ऐसे मुद्दों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर भी सवाल खड़े किए.