लोकसभा में दंतेवाड़ा नक्सली हमले को लेकर बहस जारी है. विपक्ष की ओर से यशवंत सिन्हा ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए और पूछा कि मदद के लिए समय पर हेलिकॉप्टर क्यों नहीं मुहैया कराए गए.
इससे पहले दंतेवाड़ा के ही मसले पर सदन की बैठक शुरू होने के 15 मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी थी.
संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण की शुरूआत के आज पहले दिन सदन की कार्यवाही शुरू होने पर अध्यक्ष मीरा कुमार ने विमान दुर्घटना में मारे गए पोलैंड के राष्ट्रपति, कुछ पूर्व सदस्यों के निधन, छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में माओवादी हिंसा का शिकार हुए सीआरपीएफ कर्मियों, कल आए तूफान में बिहार, उड़ीसा और पश्चिम बंगाल में मारे गए लोगों तथा हरिद्वार में कुंभ मेले के दौरान मची भगदड़ में सात लोगों के मारे जाने की घटनाओं का उल्लेख किया.
सदन द्वारा इन घटनाओं के शिकार हुए लोगों को श्रद्धांजलि दिए जाने के तुरंत बाद समूचे विपक्ष और सरकार को बाहर से समर्थन दे रहे कुछ दलों के सदस्यों ने प्रश्नकाल स्थगित कर दंतेवाड़ा घटना पर सरकार की ओर से तुरंत बयान देने और उस पर चर्चा कराने की मांग की.
इस पर संसदीय कार्यमंत्री पवन कुमार बंसल ने सदन को सूचित किया कि गृह मंत्री पी चिदम्बरम दोपहर एक बजे इस विषय पर एक बयान देंगे और अगर अध्यक्ष की अनुमति हो तो उसके बाद उस पर चर्चा हो सकती है.
सपा के मुलायम सिंह सहित भाजपा, जनता दल यू और वामदलों के नेता इस पर राजी नहीं हुए और प्रश्नकाल स्थगित कर तुरंत चर्चा की मांग पर अड़े रहे. बंसल ने दलील दी कि केवल दो घंटे की बात है. सरकार बयान देने और उस पर चर्चा कराने से पीछे नहीं हट रही है. उन्होंने कहा, चूंकि प्रश्नकाल बहुत महत्वपूर्ण है और सदस्यों द्वारा पूछे गए सवालों की मंत्री तैयारी करके सदन में आते हैं. इन सवालों के जवाब तैयार करने के लिए बाहर से भी अधिकारी आते हैं और इस प्रक्रिया में काफी पैसा खर्च होता है इसलिए प्रश्नकाल को चलने दिया जाए.
विपक्षी सदस्य भाजपा के मुरली मनोहर जोशी, यशवंत सिन्हा, जद यू के शरद यादव, माकपा के बासुदेव आचार्य आदि इस पर राजी नहीं हुए और प्रश्नकाल स्थगित किए जाने की मांग पर जोर देते रहे.
{mospagebreak}राज्य सभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे फिर से शुरू हुई लेकिन हंगामे के कारण कार्यवाही को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा.
इससे पहले विपक्षी राजग ने दंतेवाड़ा में नक्सलियों के भीषण हमले की घटना पर भारी हंगामा करते हुए प्रश्नकाल स्थगित कर चर्चा कराए जाने की मांग की थी. हंगामे के कारण बैठक को शुरू होने के करीब बीस मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया था.
सदन की बैठक शुरू होने पर सभापति हामिद अंसारी ने नवनिर्वाचित, पुनर्निर्वाचित और नामांकित सदस्यों को शपथ दिलाई. इसके बाद उन्होंने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू करने का ऐलान किया, भाजपा सहित राजग सदस्यों ने छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों द्वारा सीआरपीएफ के 76 कर्मियों को मार डालने की घटना पर चर्चा कराने की मांग उठाई.
सभापति ने सदस्यों से कहा कि गृह मंत्री इस बारे में सदन में बयान देंगे लेकिन भाजपा के एस एस अहलूवालिया ने कहा कि इतनी गंभीर घटना हो गई और गृह मंत्री सदन में उपस्थित भी नहीं हैं.
प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि आसन से जो व्यवस्था दी जाएगी, सरकार उसे मानने के लिए तैयार है. लेकिन राजग सदस्य प्रश्नकाल स्थगित कर दंतेवाड़ा की घटना पर तत्काल चर्चा कराने के लिए अड़े रहे.