मध्य प्रदेश में शादी के पहले लड़कियों के कथित कौमार्य परीक्षण की खबरों को लेकर सोमवार को राज्यसभा में कांग्रेस और भाजपा के सदस्यों के बीच तकरार की स्थिति पैदा हो गई.
कांग्रेस के संतोष बागरोडिया ने शून्यकाल में मध्य प्रदेश में सरकार द्वारा 151 लड़कियों के कौमार्य परीक्षण किए जाने का मुद्दा उठाया, जिनकी मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत शादी होने वाली थी. भाजपा सदस्यों ने इसका विरोध किया.
बागरोडिया ने राज्य सरकार की कन्यादान योजना की सराहना करते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि लड़कियों को शादी के पहले ऐसे परीक्षण के लिए कहा गया. भाजपा के कई सदस्यों ने यह कहते हुए इस पर आपत्ति की कि राज्य सरकार पहले ही इससे इनकार कर चुकी है.
सत्ता और विपक्ष के बीच कुछ समय तक तकरार की स्थिति बनी रही. इसके बाद उपसभापति के रहमान खान ने कहा कि शून्यकाल में उठाए जाने वाले अधिकतर मुद्दे समाचार पत्रों की रिपोर्टो पर आधारित होते हैं. बागरोडिया ने मांग की कि केंद्र द्वारा इस घटना की जांच कराई जानी चाहिए.