सीसैट का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारी छात्रों का संघर्ष शनिवार को भी जारी रहा. पुलिस ने दिल्ली में संघ मुख्यालय के सामने प्रदर्शन कर रहे 40 छात्रों को हिरासत में ले लिया गया. छात्र संगठन एनएसयूआई ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर सीसैट हटाने के खिलाफ प्रदर्शन किया.
कार्मिक मंत्री जितेंद्र सिंह ने छात्रों से शांति बनाए रखने की अपील की. सिंह ने छात्रों को बेफिक्र रहने का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा, छात्रों के साथ कुछ गलत नहीं होगा. उनके साथ न्याय किया जाएगा.
दिल्ली में प्रदर्शन के बाद इलाहाबाद में भी यूपीएससी की तैयारी कर रहे छात्रों ने प्रदर्शन किया. सिविल सेवाओं की तैयारी करने वाले हिंदी भाषी छात्रों ने यूपीएससी और केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध का झंडा बुलंद कर दिया. इलाहाबाद में संघ लोक सेवा आयोग की सिविल परीक्षा के एडमिट कार्ड बांटे जाने के खिलाफ प्रयाग रेलवे स्टेशन के पास कामायनी एक्सप्रेस को छात्रों ने रोक लिया.
सभी छात्र प्रारंभिक परीक्षा रद्द करने और सीसैट का विरोध कर रहे थे.कामायनी एक्सप्रेस ट्रेन करीब एक घंटे तक स्टेशन पर खड़ी रही. प्रशासन के काफी अपील करने के बाद छात्रों ने ट्रेन को जाने दिया.
दिल्ली में भी बीते कई दिनों से हंगामा जारी है. दिल्ली के मुखर्जी नगर में सिविल सेवा की तैयारी करने वाले छात्रों का विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है. प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर काबू पाने के लिए प्रशासन ने पुलिस और सुरक्षा बल तैनात किए हैं.
इससे पहले प्रदर्शन कर रहे छात्रों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. हालांकि बाद में पुलिस ने गिरफ्तार किए सभी छात्रों को रिहा कर दिया. गौरतलब है कि इस मामले में संसद में प्रतियोगी छात्रों के विरोध की गूंज सुनाई दी थी. जितेन्द्र सिंह का कहना है कि भाषा के आधार पर किसी के साथ अन्याय नहीं होगा.
गौरतलब है कि यूपीएससी की तैयारी कर रहे छात्र सीसैट का विरोध कर रहे हैं. छात्रों का कहना है कि सीसैट के आ जाने से भारतीय भाषाओं में पढ़ाई करने वाले छात्रों को यूपीएससी में सफलता नहीं मिल पाती है. छात्र सीसैट को हटाने की मांग कर रहे हैं. पुलिस ने अब तक करीब 100 से ज्यादा छात्रों को हिरासत में लिया है लेकिन सीसैट परीक्षा रद्द करने की मांग पर छात्रों का प्रदर्शन लगातार जारी है.