उर्दू के लिए उनकी चाहत और अमन की उनकी तमन्ना उन्हें दुनिया के कोने कोने से उर्दू की जन्मभूमि यानी दिल्ली खींच लाई है जहां अपने नज्मों से वह दिल्ली की फिजां में शेरो शायरी के रस घोलेंगे.
पाकिस्तान के अलावा नेपाल, ब्रिटेन, कनाडा और संयुक्त अरब अमीरात से करीब 20 प्रतिष्ठित उर्दू शायरों ने अपने भारतीय साथी शायरों के साथ आज जश्न ए बहार मुशायरे के 11वें संस्करण में शिरकत की. भारतीय शायरों में गीतकार जावेद अख्तर, उर्दू नज्मों के दिग्गज शहरयार और मुनव्वर राणा, मंसूर उस्मानी और प्रवीण कुमार अश्क इसमें शामिल हुए.