एटलेटिको मैड्रिड के स्टार स्ट्राइकर डिएगो फोरलान के दो गोल से उरूग्वे ने फीफा विश्व कप के ग्रुप ‘ए’ के दूसरे मैच में दक्षिण अफ्रीका को 3-0 से शिकस्त देकर मेजबान टीम के अगले दौर में पहुंचने की उम्मीदों को भी धूमिल कर दिया.
‘मैन आफ द मैच’ फोरलान ने 24वें मिनट में पेनल्टी क्षेत्र के बाहर 30 गज की दूरी से दक्षिण अफ्रीका के डिफेंडर आरोन मोकोएना के पीछे से स्ट्रेट शाट लगाया जो सीधे गोलपोस्ट के नेट में जाकर लगा और गोलकीपर इटुमेलेंग खुने असंमजस की स्थिति में इसे देखते ही रह गये. तभी लाफ्टस वर्सफेल्ड स्टेडियम में बैठे दर्शकों ने वुवुजेला बजाना भी बंद कर दिया.
इस फारवर्ड ने दूसरा गोल 80वें मिनट में पेनल्टी के जरिये लगाया. दक्षिण अफ्रीका की टीम के लिये दूसरे हाफ का 76वां मिनट काफी दुखद साबित हुआ क्योंकि रैफरी ने उनके गोलकीपर खुने को लाल कार्ड दिखाया जिसके बाद मेजबान टीम को पियेनार की जगह जोसफ को मैदान पर उतारना पड़ा. वह पेनल्टी में फोरलान के गोल को नहीं रोक सके.
रैफरी के इस फैसले से दक्षिण अफ्रीका के खिलाड़ियों से लेकर दर्शक सभी नाराज दिखे. कुछ दर्शक तो इसके बाद सीट छोड़कर चले गये.
तीसरा गोल एलवेरो परेरा ने इंजुरी टाइम के पांचवें मिनट में गोल किया. उरूग्वे के ग्रुप ‘ए’ में दो मैच में चार अंक हो गये हैं जबकि दक्षिण अफ्रीका का एक अंक है. अब अगर मेजबान टीम को टूर्नामेंट में बने रहना है तो उन्हें 22 जून को फ्रांस को शिकस्त देनी होगी.
पिछले मैच में दोनों टीमों ने ड्रा खेलकर एक एक अंक हासिल किये थे. दक्षिण अफ्रीका ने सिफिवे शबालाला की बदौलत मेक्सिको से 1-1 से जबकि उरूग्वे ने फ्रांस से 0-0 से ड्रा खेला था.
प्रिटोरिया का ‘बफाना बफाना’ टीम के लिये भाग्यशाली मैदान रहा है है लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो सका. इससे पहले उन्होंने यहां पांच मैच में खेले हैं जिसमें तीन में उन्हें जीत मिली है और दो में ड्रा का सामना करना पड़ा है.
दक्षिण अफ्रीका पिछले दो मैचों में भी उरूग्वे को हरा नहीं सकी है. 1997 में उन्हें उरूग्वे से 3-4 से हार मिली थी जबकि सितंबर 2009 में मैच गोलरहित ड्रा रहा था.
उरूग्वे ने दूसरे हाफ के शुरू के 15 मिनट में कई मौके बनाये. फुलहम के खिलाफ दो गोल दागकर अपनी टीम एटलेटिको मैड्रिड को यूरोपा लीग का खिताब दिलाने वाले फुरलान की 55वें मिनट में फ्री किक पर लुगानो का हेडर चूक गया जिससे दक्षिण अफ्रीका के राहत की सांस ली.
उरूग्वे की ओर से एडिसन कवानी, डिएगो लुगानो को भी दूसरे हाफ में मौके मिले थे लेकिन ये लक्ष्य तक नहीं पहुंच सके. कोच आस्कर तबारेज मैदान के बाहर खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाते दिखायी दिये तो दक्षिण अफ्रीका के कोच कालरेस एलबटरे परेरा काफी निराश थे.
अफ्रीकी सरजमीं पर विश्व कप में पहला गोल दागने वाले दक्षिण अफ्रीका के मिडफील्डर शबालाला ने कुछ मूव बनाये जो नाकाम रहे. टीम को 41वें मिनट में बढ़िया मौका मिला था लेकिन काटलेगो फेला का शाट वाइड चला गया. दक्षिण अफ्रीका के प्लेमेकर स्टीवन पियेनार को मैच के छठे मिनट मिनट में पीला कार्ड मिला. पियेनार पर फोरलान को फ्री किक के समय हाथ से रोकने के कारण यह सजा मिली.
इसके बाद 42वें मिनट में भी मेजबान टीम के मिडफील्डर कागिशो डिकगाकोई को भी दूसरे मैच में दूसरा पीला कार्ड मिला जिससे वह गोलकीपर खुने के साथ फ्रांस के खिलाफ ग्रुप ए के अंतिम मैच में नहीं खेल पायेंगे.