वैश्विक शांति और दक्षिण एशिया के विकास के प्रति भारत की प्रतिबद्धता की सराहना करते हुए अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में पेश किये गये एक प्रस्ताव में संयुक्त राष्ट्र से अपील की गई है कि वह नयी दिल्ली को सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य बनाने के लिये जरूरी कदम उठाये.
कांग्रेस सदस्य गुस बिलीराकिस द्वारा पेश किये गए इस प्रस्ताव में प्रतिनिधि सभा को बताया गया कि सुरक्षा परिषद में भारत को स्थायी सदस्य बनाने के लिये संयुक्त राष्ट्र को अपने चार्टर के अनुच्छेद 23 में संशोधन करने के लिये फौरन जरूरी प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए.
इस प्रस्ताव को विदेश मामलों की हाउस कमिटी को आवश्यक कार्रवाई के लिये भेजा गया है. प्रस्ताव में कहा गया है कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, जहां सभी तरह के राजनीतिक विचार खुल कर जाहिर किये जाते हैं और उनका सम्मान किया जाता है.
प्रस्ताव में कहा गया है कि भारत दुनिया में आबादी के मामले में दूसरे स्थान पर है. जहां एक अरब लोग रहते हैं और यह संयुक्त राष्ट्र के शांति समर्थक अभियानों में सर्वाधिक सैनिक भेज कर योगदान देने वाले देशों में शामिल हैं. प्रस्ताव में यह भी कहा गया है कि भारत ने वैश्विक शांति में मजबूत प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया है और दक्षिण एशिया में शांतिपूर्ण विकास को बढ़ावा दिया है.
इसमें कहा गया है, ‘प्रतिनिधि सभा का यह मानना है कि भारत को सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य बनाने के लिये संयुक्त राष्ट्र को अपने चार्टर के अनुच्छेद 23 में संशोधन करने के लिये फौरन ही जरूरी कदम उठाना चाहिए.’