अमेरिकी सरकार ने उन लोगों को आगाह किया है जो आईफोन और आईपैड रखते हैं. उसका कहना है कि एप्पल के ऑपरेटिंग सिस्टम आईओएस में छिद्र है जिसका फायदा हैकर आसानी से उठा सकते हैं और महत्वपूर्ण डेटा चुरा सकते हैं.
अमेरिकी सरकार ने ऑनलाइन बुलेटिन में कहा है कि इस ओएस में इस बात की संभावना है कि हैकर इससे नई एक तकनीक मास्क अटैक के जरिये महत्वपूर्ण डेटा चुरा सकते हैं. सरकार की ओर से यह बुलेटिन नेशनल साइबरसिक्योरिटी और कम्युनिकेशंस इंटिग्रेशन सेंटर की ओर से जारी किया गया है.
नेटवर्क सिक्योरिटी कंपनी फायरआई इंक ने मास्क अटैक के जरिये हैकिंग की बात का खुलासा किया है. उसने कहा है कि वायरलर्कर (WireLurker) नाम के एक मालवेयर का हमला हुआ था. अब फिर कुछ और हमले हो सकते हैं.
एप्पल ने एक ईमेल के जवाब में कहा कि हमने ओएसएक्स और आईओएस आंतरिक सिक्योरिटी सुरक्षा पद्धति से बनाया है ताकि ग्राहकों की रक्षा हो सके. ये किसी तरह का वायरस अटैक होने पर ग्राहक को चेतावनी देते हैं, साथ ही किसी गड़बड़ सॉफ्टवेयर के बारे में सूचना देते हैं. उसने यह भी कहा है कि हमें अभी तक एक ग्राहक भी नहीं मिला है जिसने ऐसे अटैक के बारे में बताया हो.
अमेरिकी सरकार की बुलेटिन में कहा गया है कि वेब सर्फ करते वक्त पॉप अप को इंस्टाल न करें. अगर आईओएस यह चेतावनी देता है कि यह एप्प डेवलपर अविश्वसनीय है तो यूजर को तुरंत डोंट ट्रस्ट पर क्लिक करना चाहिए और तत्काल एप्प को हटा देना चाहिए.