भारत और पाकिस्तान के राजनीतिक नेतृत्व की सराहना करते हुए ओबामा प्रशासन ने कहा कि पुणे में हुए आतंकी हमले से दोनों दक्षिण एशियाई पड़ोसियों के बीच वार्ता बहाली में व्यवधान न पड़ना उत्साहजनक है.
राजनीतिक मामलों के सहायक विदेश मंत्री पी जे क्राउले ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘दोनों देशों के नेताओं ने राजनीतिक साहस दिखाया है कि वार्ता को बाधित करने के लिए किए गए हमले के बावजूद बातचीत को आगे बढ़ाने के लिए राजनीतिक प्रतिबद्धता है. इससे हम बहुत खुश हैं.’’ क्राउले ने कहा, ‘‘हमें लगता है कि बहुत महत्वपूर्ण घटनाक्रम होने जा रहा है.’’ भारत और पाकिस्तान के विदेश सचिवों की 25 फरवरी को बैठक होने वाली है.
क्राउले ने कहा ‘‘यह अत्यंत महत्वपूर्ण है. पहले भी भारत और पाकिस्तान के बीच औपचारिक तथा अनौपचारिक बातचीत हो चुकी है. हमें लगता है कि क्षेत्र में स्थिरता के लिए दोनों देशों के संबंध बहुत महत्वपूर्ण हैं.’’
दोनों देशों के विदेश सचिवों के बीच 25 फरवरी को होने जा रही वार्ता से अमेरिका की उम्मीदों के बारे में पूछे जाने पर क्राउले ने कहा, ‘‘मेरी राय में विशेष बात यह है कि दोनों ओर से क्या उम्मीदें हैं, लेकिन मुझे लगता है कि कई महत्वपूर्ण मुद्दे हैं. संबंधों में तनाव स्पष्ट है, लेकिन बातचीत से समाधान निकाला जा सकता है.’’ भारत और पाकिस्तान दोनों को ही चरमपंथ से खतरा होने की बात कहते हुए क्राउले ने कहा कि ओबामा प्रशासन इन बैठकों के लिए पूरा समर्थन देता है और परिणामों के लिए उत्सुक है.
उन्होंने कहा, ‘‘हम इस बात से बहुत उत्साहित हैं कि भारत में हुए हमले के बावजूद दोनों देशों के बीच महत्वपूर्ण वार्ता टल नहीं रही है.’’ क्राउले ने कहा, ‘‘लेकिन मुझे नहीं लगता है कि हम अभी जीत का ऐलान कर सकते हैं.’’