आखिरकार लंबे जद्दोजहद के बाद भारत-अमेरिका परमाणु करार ने आखिरी बाधा पार कर ली. अमेरिकी सीनेट में यह करार 13 के मुकाबले 86 वोट से पास हुआ. भारतीय समयानुसार बुधवार शाम डील को बहस के लिए सीनेट में रखा गया. डेमोक्रेट सांसदों ने परमाणु करार में संशोधन के दो प्रस्ताव रखे.
प्रस्ताव में कहा गया था कि भारत के एटमी परीक्षण करने की स्थिति में अमरेकी राष्ट्रपति को सत्यापित करना होगा कि परीक्षण में अमेरिकी तकनीक या पदार्थों का इस्तेमाल नहीं किया गया है. दूसरे प्रस्ताव में कहा गया कि भारत के परमाणु परीक्षण करने पर अमेरिका भारत को परमाणु सहायता रोक देगा. लेकिन डेमोक्रेट सांसदों के इन संशोधनों को खारिज कर दिया और डील बहुमत से पास हो गई.
अमेरिकी संसद के निचले सदन यानी प्रतिनिधि सभा में डील पहले ही पास हो चुकी है.अमेरिकी कांग्रेस से मंजूरी मिलने के बाद अब दोनों देशों के लिए इस पर दस्तखत करने का रास्ता साफ हो गया है.