मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड के गिरफ्तार किए जाने की खबर है. सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान में उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. हालांकि उसी पहचान अभी गुप्त रखी गई और और एक हफ्ते में इसका खुलासा होगा.
उधर अमेरिकी जांचकर्ताओं ने उस संदिग्ध पाकिस्तानी नागरिक का पता लगा लिया है जिसके तार लश्कर ए तैयबा के सदस्य डेविड कोलमैन हेडली और तहव्वुर हुसैन राणा से जुड़े हुए हैं. भारत को उम्मीद है कि उनके मुंबई हमलों में शामिल होने के बारे में एक हफ्ते में पता चल जाएगा. अमेरिका यह भी मानता है कि आईएसआई में शामिल कुछ तत्वों के तार हेडली से जुड़े हुए हैं, जबकि भारतीय जांच एजेंसियों का शक है कि लश्कर ए तैयबा के ये दोनों सदस्य मुंबई हमलों में शामिल रहे होंगे. सूत्रों ने बताया कि इस बात के अभी तक कोई सबूत नहीं है कि 26/11 के हमलों से इन दोनों का संबंध है.
हेडली के मामले में भारत और अमेरिका लगातार संपर्क में हैं और वाशिंगटन ने बताया है कि एक हफ्ते के भीतर इस बारे में सही जानकारी होगी कि क्या इन लोगों के संबंध 26/11 के हमलों से हैं. यह माना जा रहा है कि एक पाकिस्तानी नागरिक का जकीउर रहमान लखवी जैसे लश्कर के संचालक और एफबीआई द्वारा हिरासत में लिये गये इन दोनों लोगों से संपर्क था. इस पाकिस्तानी नागरिक की पहचान गुप्त रखी गई है जिसके बारे में माना जा रहा है कि मुम्बई हमलों के समय वह पाकिस्तान में था.
पाकिस्तान में जन्मे अमेरिकी नागरिक हेडली और पाकिस्तान में जन्मे कनाडाई नागरिक राणा को भारत और डेनमार्क में आतंकी हमले करने की साजिश रचने के आरोप में पिछले महीने अमेरिका में एफबीआई ने गिरफ्तार किया था. भारतीय जांचकर्ता यह पता लगा चुके हैं कि दोनों ने कई बार भारत की यात्रा की और संभवत: रेकी करने के उद्देश्य से देश की विभिन्न जगहों पर गए. हेडली मामले के मद्देनजर भारत चाहता है कि अमेरिका आतंकवाद खासकर भारत की ओर केंद्रित आतंकवाद के खात्मे के लिए पाकिस्तान पर और अधिक ध्यान दे. सूत्रों के अनुसार अमेरिका का मानना है कि आईएसआई के कुछ तत्वों के हेडली से संपर्क हो सकते हैं.
यह विश्वास पाकिस्तान में ‘‘दो महत्वपूर्ण व्यक्तियों’’ की गिरफ्तारी पर आधारित है. अलकायदा और लश्कर ए तैयबा से जुड़ा आतंकी कमांडर बनने वाले पाकिस्तानी सेना के पूर्व अधिकारी इलियास कश्मीरी को पाकिस्तान में पकड़ा गया है. अमेरिका को लगता है कि पाकिस्तान दक्षिणी वजीरिस्तान में आतंकियों के खिलाफ अच्छा काम कर रहा है लेकिन वह इस बारे में निश्चिंत नहीं है कि पाकिस्तान उत्तरी वजीरिस्तान में आतंकी ठिकानों को निशाना बना रहा है या नहीं.