उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री रघुराज सिंह अपने बयान पर घिर गए हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ के खिलाफ नारेबाजी करने वालों को जिंदा दफन कर दिया जाएगा. उनके इस बयान को लेकर कांग्रेस ने निशाना साधा है. यूपी कांग्रेस के प्रवक्ता द्विजेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि लोगों को सरकार के किसी भी गैरकानूनी कार्य के खिलाफ विरोध करने का अधिकार है. कितने लोगों को सरकार दफन करेगी? करोड़ों लोग नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हैं.
वहीं पूरे मामले पर बीजेपी अपने नेता का बचाव करते नजर आई. यूपी बीजेपी के प्रवक्ता संजय राय ने कहा कि हमने रघुराज सिंह ने बात की है. उन्होंने हमें बताया कि मेरे बयान का गलत मतलब निकाला गया. उनके अनुसार, उन्होंने उस विचारधारा को दफनाने की बात कही जो सीएए के खिलाफ लोगों को गुमराह कर रही है . उन्होंने ये लोगों को दफनाने को नहीं कहा.
'लोकतांत्रिक तरीके से लड़ने वालों के खिलाफ हो रही कार्रवाई'
संजय राय ने कहा कि बीजेपी एक लोकतांत्रिक पार्टी है और हम हिंसा में विश्वास नहीं करते. केरल और बंगाल में हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया जा रहा है, लेकिन हम उनके साथ लोकतांत्रिक तरीके से लड़ रहे हैं.
इसके साथ ही उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय सिंह लल्लू ने रघुराज सिंह के बयान पर पलटवार किया है. अजय कुमार लल्लू ने कहा कि हिंसा कराना और हिंसा में शामिल रहना बीजेपी का पुराना इतिहास रहा है. जितने भी आंदोलन सीएए और एनआरसी के खिलाफ हुए हैं, अहिंसात्मक तरीके से किए जाने वालों का दमन किया गया है. लाठी डंडे चलाए गए हैं. गोली मारकर हत्या भी की गई है.
'बीजेपी का चरित्र बयानों से होता है जाहिर'
अजय कुमार लल्लू ने कहा कि तमाम वीडियो फुटेज के जरिए मीडिया ने इसे दिखाया भी, साथ ही ऐसी खबरें वायरल भी हुई हैं. निश्चित रूप से भारतीय जनता पार्टी की सरकार का जो चरित्र और मानसिकता है, उनके बयान पर आधारित है . उन्होंने कहा कि ऐसे बयान उनकी मानसिकता को भी दर्शाते हैं. लोकतंत्र में आंदोलन करने का सबका अधिकार है और आरोप-प्रत्यारोप चलते रहते हैं. लेकिन यह भारतीय जनता पार्टी की पहचान है और वे अपने पहचान पर काबिज हैं. मैं इसकी भर्त्सना और निंदा करता हूं.
(वाराणसी से रोशन की इनपुट के साथ)