बीजेपी पूछ रही थी राहुल गांधी कहां हैं? जब देश के हिस्से पर आपदा आई है तो कांग्रेस के भावी पीएम कहां हैं? राहुल आए और सीधे आपदा राहत का जायजा लेने गोचर पहुंच गए. पूरी रात एक राहत शिविर में गुजारी और वो राहत बचाव कार्य की निगरानी करेंगे.
राहुल गांधी मंगलवार सुबह को गोचर से गुप्तकाशी के लिए रवाना हुए. वे बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे.
उत्तराखंड में तबाही के आठ रोज बाद दिल्ली में पहली बार राहुल गांधी के दर्शन हुए, जब कांग्रेस की तरफ से भेजी जा रही राहत सामग्री को पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी हरी झंडी दिखा रही थीं.
सोमवार सुबह कांग्रेस ने उत्तराखंड के लिए राहत के सामान भेजे तो देर शाम खुद राहुल बचाव कार्यों का जायजा लेने गोचर पहुंच गए. बताया जाता है कि उन्होंने पूरी रात श्रीनगर के एक राहत शिविर में गुजारी. लोगों का हालचाल लिया.
कांग्रेस के मुताबिक कांग्रेस उपाध्यक्ष उत्तराखंड में रुककर राहत कार्यों की निगरानी करेंगे. हालांकि, सवाल उठता है कि क्या राहुल जैसे वीआईपी के वहां होने से राहत कामों पर बुरा असर नहीं पड़ेगा? कांग्रेस का कहना है कि राहुल वीआईपी की हैसियत से नहीं गए हैं.
राहुल जब देश में नहीं थे तो बीजेपी हमलावर मुद्रा में थी. आरोप लग रहा था कि जरूरत के वक्त राहुल कभी नहीं दिखते. जवाब में कांग्रेस कहती है कि राहुल चुपचाप काम करने में यकीन रखते हैं. वो डींगे नहीं हांकते.
बहरहाल, राहुल अब आ गए हैं. उनकी गैरमौजूदगी से बैकफुट पर चल रही पार्टी को नया मनोबल मिला है. कांग्रेस को लगता है कि राहुल के आने से अब सब ठीक हो जाएगा.