हफ्तेभर पर पहले उत्तराखंड में जो कुदरत ने तबाही मचाई थी वो अब नए दौर में पहुंच गयी है. उत्तराखंड में मौसम फिर संकट बनकर सामने आया है. राहत कार्यों पर बारिश की आफत पड़ी है. उत्तराखंड के कई इलाकों में सोमवार रात से बारिश हो रही है.
देहरादून, ऋषिकेश, गोचर और गुप्तकाशी में बारिश हो रही है. मौसम विभाग ने आज से 28 जून तक उत्तराखंड के विभिन्न इलाकों में बारिश की भविष्यवाणी की थी. बारिश से रेस्क्यू ऑपरेशन प्रभावित होगा. सोमवार को भी मौसम खराब होने से रेस्क्यू ऑपरेशन बाधित हुआ था. अभी सूबे के विभिन्न इलाकों 6000 लोग फंसे हुए हैं.
लेकिन मौसम साफ होने तक हेलीकॉप्टर का उड़ना मुश्किल है, ऐसे में हजारों जिंदगी को खतरा पैदा हो गया है.
मौसम विभाग ने तो पहले ही अंदेशा जता दिया था कि सोमवार से उत्तराखंड में बारिश होगी, जो मंगलवार यानी आज से और तेज हो जाएगी. अनुमान के मुताबिक ही देर रात से उत्तरकाशी, गंगोत्री और हरसिल इलाके में बारिश हो रही है. देहरादून, पौड़ी और चमोली जिले में भी सोमवार से रुक-रुक कर बारिश हो रही है.
मौसम विभाग के मुताबिक मंगलवार को उत्तराखंड के चार धामों- गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ, बदरीनाथ और हेमकुंड साहिब में इलाके में 40 से 70 एमएम बारिश हो सकती है.
जाहिर है इसका बुरा असर रेस्क्यू ऑपरेशन पर पड़ेगा क्योंकि बारिश और कम विजिबलिटी में हेलीकॉप्टरों का उड़ान भरना मुश्किल है. अगर हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भरेंगे तो दुर्गम इलाके में फंसे लोगों को सुरक्षित जगहों पर नहीं पहुंचाया जा सकेगा क्योंकि बारिश और भूस्खलन से सड़कें नष्ट होने की वजह लोगों को निकालने का एकमात्र साधन हवाई मार्ग ही है.
गौरतलब है कि खराब मौसम की वजह से ही सोमवार को पूरे दिन रेस्क्यू ऑपरेशन बाधित रहा. सोमवार को कितने लोगों का रेस्क्यू किया गया इसे लेकर दो तरह के बयान सामने आ रहे हैं. दिल्ली से पीआईबी की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि विभिन्न जगहों में फंसे करीब 10 हजारों लोगों में से सोमवार को करीब तीन हजार लोगों को निकाला जा सका. इनमें सेना ने 1375 लोगों को बचाया, जिसमें 368 लोग हरसिल से निकाले गए और बाकी बद्रीनाथ से. हरसिल से उत्तरकाशी के रास्ते को ठीक कर लिया गया है. लोग पैदल उत्तरकाशी तक पहुंच सकते हैं.
वायुसेना ने 135 फेरी लगाकर हरसिल से 1095 लोगों को निकाला, जबकि आईटीबीपी ने बद्रीनाथ से साढ़े चार सौ और गंगोत्री मनेरी से 267 लोगों को बाहर निकाला.
एनडीआरएफ ने हरसिल से 120 लोगों का रेस्क्यू किया. एनडीआरएफ के मुताबिक केदारनाथ और भैरों चेट्टी इलाके में जितने भी लोग जीवित बचे थे, सबको निकाल लिया गया है.
इस हिसाब से मानें तो अब करीब सात हजार लोगों का रेस्क्यू ही बाकी है. लेकिन, उत्तराखंड के मुख्य सचिव का दावा है कि सही मायने में सिर्फ चार हजार ही वहां फंसे हैं.
आईटीबीपी के मुताबिक अगर मौसम साथ दे तो तीन दिन के भीतर रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो सकता है लेकिन मौसम विभाग की मानें तो 28 जून तक मौसम खुलने के कोई आसार नहीं हैं. सवाल उठता है कि फिर कैसे बच पाएगी हजारों जानें जो कुदरत के तांडव के नौ दिन बाद भी मुसीबत में फंसी हुई हैं.