एमडीएमके नेता वाइको ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता राजनाथ सिंह से मुलाकात की. उन्होंने इस मुलाकात में श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे को भावी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित किए जाने पर नाखुशी जाहिर की.
वाइको ने बैठक के बाद मीडिया से कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी जब प्रधानमंत्री बने थे, उन्होंने शपथ ग्रहण समारोह में श्रीलंकाई राष्ट्रपति को न्योता नहीं दिया था. उन्हें क्यों आमंत्रित किया जा रहा है?
बीजेपी सहयोगी वाइको ने राजपक्षे को 'तमिलों का कसाई' करार देते हुए उन पर हजारों तमिल महिलाओं, बच्चों और निहत्थे लोगों की हत्या कराने का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा कि राजपक्षे का भारत आना तमिलनाडु के करोड़ों लोगों व दुनियाभर के तमिलों के लिए दुखद दिन होगा. दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (दक्षेस) के सभी आठ देशों के प्रमुखों को मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित किया गया है.
निमंत्रण तमिलों को अस्वीकार्य : करुणानिधि
द्रमुक अध्यक्ष एम करुणानिधि ने आज कहा कि अपने शपथ ग्रहण समारोह में नरेंद्र मोदी का श्रीलंकाई राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे को दिया गया निमंत्रण दुनिया भर के तमिलों को अस्वीकार्य और अवांछित है. वे बीजपी से इस पहल से पीछे हटने की अपील करते हैं. करुणानिधि ने कहा कि केंद्र को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए कि जिस व्यक्ति ने लाखों तमिलों की हत्याएं की हैं, जातीय सफाए में शामिल रहा है और जिसने अपने लोगों के खिलाफ युद्ध चलाया, क्या उसे मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेना चाहिए. उन्होंने साथ ही इस पहल को छोड़ने की भी अपील की.
राजपक्षे ने मोदी का धन्यवाद किया
श्रीलंका के राष्ट्रपति मंहिदा राजपक्षे ने सोमवार को होने वाले नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित करने के लिए उनका धन्यवाद किया है. चीन की यात्रा से कल रात लौटे राजपक्षे ने ट्वीट किया कि अपने शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का निमंत्रण देने के लिए शुक्रिया. मैं वहां जाने की प्रतीक्षा में हूं. दक्षेस के अन्य प्रमुख नेताओं में अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई, भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे, नेपाल के प्रधानमंत्री सुशील कोईराला, मालदीव के राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन अब्दुल गयूम के सोमवार को नई दिल्ली में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने की पुष्टि हो गई है.