धार्मिक नगरी वाराणसी में मूर्ति विसर्जन को लेकर विवाद बढ़ गया है. गणपति विसर्जन के दौरान संतों पर लाठीचार्ज का विरोध करते हुए दुर्गा पूजा आयोजन समिति ने नवरात्र में दुर्गा मूर्ति ना बैठाने का ऐलान किया है. विवाद गंगा में मूर्ति विसर्जन को लेकर है.
हाईकोर्ट द्वारा गंगा नदी में मूर्ति विसर्जन रोकने के आदेश के बाद प्रशासन ने वाराणसी में गणपति भक्तों और संतों पर लाठीचार्ज की थी. इस घटना में घायल संत स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद अस्पताल से अपने आश्रम पहुंचे और वाराणसी के केदार घाट पर प्रशासन की मौजूदगी में गंगा की मिट्टी से बनी गणेश प्रतिमा का विसर्जन कर अपना विरोध दर्ज किया.
Swami Avimukteshwaranand immersed a Ganesha Mud idol in the Ganga to mark protest against y'day Police lathicharge. pic.twitter.com/HrIF0DK34F
— ANI (@ANI_news) September 24, 2015
Police in Varanasi baton charged pilgrims yesterday who were trying to immerse Ganesha idols in the Ganga.
— ANI (@ANI_news) September 24, 2015
अस्पताल से निकलकर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने सनातनी परंपरा के साथ गणेश प्रतिमा का गंगा में विसर्जन कर अपना विरोध दर्ज किया.
इस बीच, उत्तर प्रदेश सरकार ने लाठीचार्ज के मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं.