वाराणसी के घाटों के पुनरोद्धार की योजना को लंबे समय तक लटकाने के बाद अब अखिलेश सरकार जग गई है और वह नरेन्द्र मोदी को मात देने की तैयारी में लग गई है. दो दिन पहले ही केन्द्रीय पर्यटन मंत्री श्रीपद नायक ने कहा था कि वह वाराणसी के सुधार की योजनाओं को प्रधानमंत्री के पास रखेंगे. लेकिन अब उत्तर प्रदेश सरकार ने तेजी से कार्रवाई शुरू कर दी है.
एक अंग्रेजी अखबार ने खबर दी है कि उत्तर प्रदेश के चीफ सेक्रेटरी जावेद उस्मानी ने शुक्रवार को शहरी विकास और शहरी योजना विभाग के साथ लंबी बैठक की और वहां तीन नए घाट बनाने के प्रस्ताव पर काम शुरू करने को कहा. ये तीन घाट होंगे-लोहिया, राजनारायण और मालवीय. इनके बारे में काफी समय से बातचीत हो रही थी लेकिन सरकार अब नरेन्द्र मोदी के 84 घाटों के विकास की बात सुनकर जग गई है.
मोदी वारणसी के सभी घाटों को सुंदर बनाना चाहते हैं और उनके विकास के लिए बड़ी योजना बनाने की बात कह चुके हैं. लेकिन अब अखिलेश सरकार वहां तीन नए घाट बनाकर लोगों को प्रभावित करना चाहती है ताकि पहले वाहवाही लूटी जाए. नए घाट गंगा के किनारे हरिश्चन्द्र घाट के पहले बनाए जाएंगे. यहां अभी जगह खाली है और कई झोपड़पट्टियां उग आईं हैं. यह जगह बीएचयू के पास ही है.