दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति दीपक पेंटल ने विश्वविद्यालय के रसायन शास्त्र की प्रयोगशाला से रेडियोधर्मी पदार्थ के मायापुरी औद्योगिक इलाके के कबाड़ बाजार में पहुंचने के मामले में लापरवाही की बात को स्वीकार किया.
उन्होंने कहा ‘हम बड़े ही व्यवस्थित तरीके से मामले की जांच कर रहे हैं कि लापरवाही कहां हुई. कब यह स्रोत (रेडियोधर्मी पदार्थ) लाया गया, किसकी इजाजत से इसे खरीदा गया और किसने इसका प्रयोग किया.’ पेंटल ने बताया कि उन्हें मीडिया से पता चला कि मायापुरी में पाया गया रेडियोधर्मी पदार्थ का स्रोत दिल्ली विश्वविद्यालय की रसायन शास्त्र प्रयोगशाला थी.
पेंटल ने कहा ‘पुलिस विश्वविद्यालय में आई लेकिन वह इस घटना के संबंध में सूचित करने को लेकर मुझसे नहीं मिली । असल में क्या हुआ, इसकी मुझे जानकारी नहीं है.’