विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने गुजरात की भाजपा सरकार पर ऐसे आरोप लगाए हैं कि मोदी और वीएचपी के बीच मतभेद सरेआम उजागर हो गए हैं. वीएचपी ने सरकार पर उसके बंद पड़ चुके कार्यालय में पुलिसकर्मी भेजकर उसे 'आतंकित' करने की कोशिश करने का आरोप लगाया है.
विश्व हिंदू परिषद यह मानकर चल रही है कि चूंकि उन्होंने मुख्यमंत्री से माया कोडनानी और बाबू बजरंगी के लिए मृत्युदंड की मांग नहीं करने का अनुरोध किया था, इसलिए संगठन को आतंकित करने के लिए पुलिसकर्मी भेजे गए.
इस संगठन ने अपने वकील दीपक शुक्ला के माध्यम से अहमदाबाद के पुलिस आयुक्त को नोटिस भेजकर यह आरोप लगाया है. विहिप ने कहा कि 19 अप्रैल को पुलिसकर्मी बिना कोई सूचना दिए कथित सुरक्षा अलर्ट के बहाने विहिप कार्यालय में घुस आए, जबकि इस कार्यालय का 20 साल से यह संगठन इस्तेमाल नहीं कर रहा.
नोटिस में कहा गया है कि यह जानते हुए भी कि पिछले 20 साल से यह विहिप का कामकाजी कार्यालय नहीं है, पुलिसकर्मियों को वहां भेजने और हमारे चालक के परिवार की महिला सदस्य से पूछताछ की क्या तुक है?