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यात्रा पर सपा भड़की, कहा-यूपी को नहीं बनने देंगे गुजरात, पर वीएचपी यात्रा पर अड़ी

विश्व हिंदू परिषद की चौरासी कोसी परिक्रमा को इजाजत ना देने के फैसले पर उत्तर प्रदेश सरकार कायम है. सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा है कि राज्य सरकार ऐसा कोई भी आयोजन नहीं होने देगी जिससे धार्मिक माहौल बिगड़ने का खतरा हो.

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मुलायम सिंह यादव
मुलायम सिंह यादव

विश्व हिंदू परिषद की चौरासी कोसी परिक्रमा को इजाजत ना देने के फैसले पर उत्तर प्रदेश सरकार कायम है. सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा है कि राज्य सरकार ऐसा कोई भी आयोजन नहीं होने देगी जिससे धार्मिक माहौल बिगड़ने का खतरा हो.

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वहीं वीएचपी अयोध्या की परिक्रमा पर अड़ गई है. वीएचपी नेता अशोक सिंघल ने कहा है कि किसी भी हाल में यह परिक्रमा होकर रहेगी. चाहे गोली चले या फिर कुछ भी हो जाए.

इन सबके बीच सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने आरोप लगाया है कि इस यात्रा से राजनीतिक फायदा उठाने की साजिश हो रही है. उनके मुताबिक, वीएचपी वालों ने इस बार परिक्रमा का नया रूट तैयार किया है. जिससे राज्य की कानून व्यवस्था बिगड़ने का डर है. इसलिए यह फैसला लिया गया है.

उत्तर प्रदेश का गुजरात नहीं बनने देंगे
सपा प्रवक्ता राजेंद्र प्रसाद ने कहा, 'हम उत्तर प्रदेश को गुजरात नहीं बनने देंगे. यूपी गंगा-यमुना धरती है. यहां भाईचारा का माहौल है. यह धार्मिक सौहार्द्र की जमीन है. हम किसी भी हाल में गुजरात के 2002 दंगों को यूपी में दोहराने नहीं देंगे. राज्य में ऐसा कोई भी आयोजन नहीं होने देंगे जिससे माहौल बिगड़ता है. मुख्यमंत्री ने पहले ही साफ कर दिया है कि कानून तोड़ने की कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की साजिश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.'

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अगर मुलायम होते मुख्यमंत्री तो नहीं होता बाबरी विध्वंस
सपा प्रवक्ता ने दावा किया कि अगर मुलायम सिंह 1992 में यूपी के मुख्यमंत्री होते तो बाबरी मस्जिद को नहीं गिराया जाता. साथ में यह भी कहा कि सपा के शासन में सांप्रदायिक शक्तियां आगे नहीं बढ़ सकती हैं. उन्होंने कहा कि जब मुलायम मुख्यमंत्री थे तो कुछ लोगों ने बाबरी मस्जिद को गिराने की साजिश की थी पर वो विफल हो गए. पर मुलायम के पद छोड़ते ही साजिश सफल हो गई.

गौरतलब है कि 20 अगस्त को यूपी सरकार ने वीएचपी को चौरासी कोसी परिक्रमा यात्रा निकालने की इजाजत देने से इनकार दिया था. इसके बाद से ही मुद्दे पर राजनीति और बयानबाजी का दौर जारी है.

वीएचपी का चौरासी कोसी परिक्रमा प्लान
रिपोर्टों के मुताबिक 25 अगस्त से 13 सितंबर के बीच देश के विभिन्न इलाकों के श्रद्धालू अयोध्या पहुंचने वाले थे, जो वीएचपी द्वारा आयोजित की गई साधु और संतों की यात्रा में हिस्सा लेने वाले थे. इस यात्रा को 84 कोसी परिक्रमा का नाम दिया गया है. वीएचपी का प्लान है कि यह यात्रा अयोध्या से शुरू होकर यूपी के 6 जिलों से गुजरते हुए अयोध्या में आकर खत्म होगी. यह यात्रा यूपी के बस्ती, फैजाबाद, अंबेडकर नगर, बाराबंकी, बहरउच और गोंडा से होकर गुजरने वाली थी. इस यात्रा का अंत 13 सितंबर को होना था. यूपी सरकार का कहना है कि इन छह जिलों के अधिकारियों ने यात्रा को इजाजत ना देने की मांग की है.

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यात्रा के मद्देनजर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात
उत्तर प्रदेश सरकार ने फैजाबाद-अयोध्या नगरी में विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) द्वारा 25 अगस्त से प्रस्तावित 84 कोसी परिक्रमा यात्रा को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. पुलिस महानिरीक्षक कानून और व्यवस्था आर.के. विश्वकर्मा ने बताया कि फैजाबाद-अयोध्या में प्रस्तावित परिक्रमा यात्रा के दौरान किसी प्रकार कानून व्यवस्था न बिगड़े इसको ध्यान में रखते हुए पीएसी, आरएएफ के अलावा दो पुलिस अधीक्षक, 16 अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, 32 उपपुलिस अधीक्षक, 80 पुलिस प्रभारी निरीक्षक 240 पुलिस उपनिरीक्षकों को तैनात किया गया है. यह पूछे जाने पर कि क्या अयोध्या-फैजाबाद की सीमाओं को सील कर दिया गया है, विश्वकर्मा ने कहा है कि यह स्थिति को देखते हुए निर्णय लिया जाएगा पर इस बावत विस्तार से कोई जानकारी नहीं दी.

नया रूट प्लान इस प्रकार हैः
25 अगस्तः शाम 3 बजे अयोध्या से मखोड़ा (बस्ती) के लिए प्रस्थान वहां रात्रि विश्राम.
26 अगस्तः मखोड़ा से सुबह 9 बजे प्रस्थान लगभग 19 किलोमीटर चलकर रामरेखा पहुंचेंगे, वहां सभा और रात्रि विश्राम.
27 अगस्तः रामरेखा से प्रस्थान सुबह 9 बजे चलकर वापस अयोध्या आकर रात्रि विश्राम.
28 अगस्तः अयोध्या से दशरथ समाधि के शान के बाद श्रृंगी ऋषि आश्रम पर 30 किलोमीटर बाद रात्रि विश्राम.
29 अगस्तः श्रृंगी ऋषि आश्रम से प्रस्थान, गोसाईगंज फैजाबाद में ही रात्रि विश्राम.
30 अगस्तः गोसाईगंज, फैजाबाद से प्रस्थान तारून, फैजाबाद में रात्रि विश्राम.
31 अगस्तः तारून से प्रस्थान बीकापुर, फैजाबाद 21 किलोमीटर आकर रात्रि विश्राम.
1 सितंबरः बीकापुर से आस्तिकन, फैजाबाद रात्रि विश्राम.
2 सितंबरः आस्तिकन, फैजाबाद से जन्मेजय कुञ्ज 15 किलोमीटर रात्रि विश्राम.
3 सितंबरः जन्मेजय कुञ्ज से प्रस्थान रुदौली, फैजाबाद वहीं रात्रि विश्राम.
4 सितंबरः रुदौली से पटरंगा, फैजाबाद में रात्रि विश्राम.
5 सितंबरः पटरंगा, फैजाबाद से टिकैतनगर, बाराबंकी 20 किलोमीटर वहीं विश्राम.
6 सितंबरः टिकैतनगर से प्रस्थान दो टोलियों में एक टोली रामनगर होते हुए सीधे जरवल रोड और दूसरी सीधे बहराइच पहुंचेगी. वाल रोड से सीधे बहराइच, वहां से सीधे गोंडा. इसके बाद 12 सितंबर तक गोंडा के इर्द-गिर्द भ्रमण और भेल्सर बाराबंकी में कार्यक्रम.
13 सितंबरः गोंडा नबाबगंज से मखोड़ा के लिए प्रस्थान वहीं विश्राम अगले दिन अयोध्या के लिए प्रस्थान.

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