नरेंद्र मोदी के लिए पीएम पद की उम्मीदवारी पर फैसला अब इलाहाबाद महाकुंभ में लिया जाएगा. वीएचपी नेता अशोक सिंघल ने एक बड़े बदलाव के संकेत देते हुए आज तक से कहा कि वीएचपी के संत सम्मेलन में मोदी को लेकर अहम फैसला लिया जाएगा और इस फैसले के बाद देश का इतिहास बदल जाएगा
वीएचपी नेता अशोक सिंघल ने बताया कि फिलहाल नरेंद्र मोदी के बारे यह उनकी व्यक्तिगत राय है और वे जहां भी जाते है बड़ी बेबाकी से अपनी यह राय लोगों के सामने रखते हैं. अगर मोदी के बारे में सभी लोगों की राय भी यही हुई तो सात फरवरी को विश्व हिंदू परिषद से जुड़े संतों की संत समाज नरेंद्र मोदी के नाम पर अपनी मुहर लगा सकता है. इसके बाद भाजपा पर संत समाज नरेंद्र मोदी की उम्मीदवारी के लिए दबाव बनाएगा.
शुक्रवार को विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) नेता अशोक सिंघल ने कहा कि राम मंदिर ना बनना हिंदुओं का अपमान है. उन्होंने कहा कि मुसलमानों को हिंदुओ का आदर करना चाहिए. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि राम जन्मभूमि विवाद को अदालत से नहीं सुलझाया जा सकता. राम को नाम पर राजनीति नहीं होनी चाहिए.
गौरतलब है कि भाजपा की कोर कमेटी की बैठक भी इसी महीने होने वाली है. भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह भी 6 फरवरी को कुंभ जाएंगे और साधु-संतों से मिलेंगे. राजनाथ सिंह ने सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई है और हिंदुत्व को भाजपा का अभिन्न अंग बताया.