मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मैला मुक्ति यात्रा के तहत आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश को हिंदूवादी संगठन संस्कृति बचाओ मंच के कार्यकर्ताओं का कोपभाजन बनना पड़ा.
इन कार्यकर्ताओं ने अग्निवेश के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उनसे बदसलूकी की. मैला मुक्ति यात्रा की शुक्रवार को भोपाल से शुरुआत हुई. कार्यक्रम खत्म होते ही हिंदूवादी संगठन संस्कृति बचाओ के कार्यकर्ताओं ने अग्निवेश का घेराव कर लिया और उनके खिलाफ नारेबाजी की. कार्यकर्ता इतने गुस्से में थे कि उन्होंने अग्निवेश के शरीर पर लिपटे शाल तक छीन लिया.
कार्यकर्ताओं का आरोप था कि अग्निवेश लगातार हिंदू धर्म आराध्य के खिलाफ टिप्पणी कर रहे हैं, इतना ही नहीं वे नक्सलियों का साथ भी दे रहे हैं. भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले अन्ना हजारे को भी नुकसान पहुंचाया. इस लिहाज से इन्हें गेरुआ वस्त्र पहनने का अधिकार नहीं है.
वहीं इन कार्यकर्ताओं के विरोध के बीच अग्निवेश शांत खड़े रहे और किसी तरह का प्रतिकार तक नहीं किया. बाद में उन्होंने इतना जरुर कहा कि वे दयानंद व अम्बेडकर की विचारधारा के समर्थक हैं, लिहाजा जन्म के आधार पर कर्म तय नहीं होना चाहिए.