राष्ट्रपति चुनाव में यूपीए को गच्चा दे चुकी बीजेपी अब उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार का नाम फाइनल करने में जुटी है. इसी क्रम में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बड़े नेताओं के साथ अहम बैठक की. गुरुवार को हुई इस बैठक में संघ की ओर से भैय्याजी जोशी, कृष्ण गोपाल शामिल हुए. यूपीए की ओर से महात्मा गांधी के पोते गोपालकृष्ण गांधी को उम्मीदवार बनाया गया है. अब बीजेपी के सामने गोपाल गांधी के कद का उम्मीदवार खोजने की चुनौती है.
सूत्रों की मानें, तो संघ चाहता है कि बीजेपी की ओर से उपराष्ट्रपति का उम्मीदवार संघ के बैकग्राउंड वाला ही कोई व्यक्ति बने. जो संघ की नीति को समझता हो. संघ जानता है कि सरकार के पास राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में जीतने वाले नंबर हैं इसलिए वह इस मौके को नहीं छोड़ना चाहता. वहीं बीजेपी के लिए चुनौती अलग है. वो रामनाथ कोविंद की तरह उम्मीदवार घोषित कर राजनीतिक संदेश भी देना चाहेगी.
बीजेपी की इच्छा है कि वह उपराष्ट्रपति पद के लिए ऐसे उम्मीदवार को आगे करे जिसे राज्यसभा का अनुभव हो. क्योंकि राज्यसभा में सरकार के पास कम नंबर हैं इसलिए सरकार संभल कर चलना चाहती है. बीजेपी किसी ऐसे चेहरे की तलाश में है जिसकी छवि सभी पार्टियों में अच्छी हो. इसके मद्देनजर बीजेपी अन्य पार्टियों से भी बात कर रही है.
इससे पहले भी राष्ट्रपति उम्मीदवार का नाम तय करने से पहले बीजेपी ने संघ से चर्चा की थी. पहले पीएम मोदी और अमित शाह के बीच चर्चा हुई थी, फिर संघ से चर्चा हुई जिसके बाद रामनाथ कोविंद का नाम तय किया गया था. पिछले कुछ समय से वेंकैया नायडू और नजमा हेपतुल्ला का नाम भी इस रेस में आ रहा है.
आपको बता दें कि बीजेपी ने राष्ट्रपति पद के लिए बिहार के पूर्व गवर्नर रामनाथ कोविंद का नाम तय किया है, जिसके जवाब में विपक्षी पार्टियों ने पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार को खड़ा किया है.