जमानत पर चल रहे भारतीय शराब व्यवसायी विजय माल्या के प्रत्यर्पण के लिए लंदन में चल रही सुनवाई अचानक रोक देनी पड़ी. दरअसल सुनवाई के दौरान ही अदालत में अचानक फायर अलार्म बजने लगा. इससे अानन-फानन सभी को कोर्ट से बाहर निकलना पड़ा. माल्या सोमवार दोपहर लगभग 3 बजे कोर्ट पहुंचे थे. फायर अलार्म के चलते 20 मिनट बाद ही सुनवाई रोकनी पड़ी.
फायर अलार्म बंद के बाद स्थिति सामान्य होने पर कार्यवाही फिर से शुरू कर दी गई. माल्या ने केस की सुनवाई से पहले कहा था कि मैं फैसला नहीं ले सकता. मैं कार्यवाही को फॉलो करूंगा. मुझे इस मामले में कुछ नहीं कहना.
बता दें कि माल्या को धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में उन्हें स्कॉटलैंड यार्ड द्वारा गिरफ्तार किया गया था और फिलहाल वो 6,50,000 पौंड की जमानत पर बाहर हैं. माल्या को भारत में भगोड़ा घोषित किया हुआ है. माल्या साल मार्च 2016 से ब्रिटेन में रह रहे हैं. उन पर बंद हो चुकी विमानन कंपनी किंगफिशर के कई भारतीय बैंकों का ऋण जानबूझकर नहीं चुकाने का आरोप है. यह कुल राशि 9,000 करोड़ रुपये के करीब है.
I am not the decision maker. I will follow the proceedings. I have nothing to say: #VijayMallya ahead of appearing before London's Westminster Court in connection with extradition case pic.twitter.com/VEr0aSZHpg
— ANI (@ANI) December 4, 2017
पिछले कुछ महीने में विभिन्न अदालतों में पेशी के दौरान राज्यसभा के पूर्व सदस्य माल्या ने बताया कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है और उन पर लगाए गए आरोप वास्तव में गढ़े हुए हैं.
14 दिसंबर तक चलेगी सुनवाई
सोमवार से शुरू हुई सुनवाई में जिरह चीफ मजिस्ट्रेट एम्मा लुई अर्बटनॉट सुनेंगे. वहीं माल्या की बचाव टीम की अगुवाई बैरिस्टर क्लेयर मोंटगोमरी कर रही हैं जिन्हें आपराधिक व धोखाधड़ी के मामलों का विशेषज्ञ माना जाता है. मामले की सुनवाई 14 दिसंबर तक चलेगी जिसमें 6 और 8 दिसंबर को अवकाश रहेगा.