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विजय माल्या ने कहा- अगर सुरक्षा और आजादी मिले तो लौट आऊंगा भारत

बैंकों के हजारों करोड़ का लोन न चुकाने के मामले में डिफॉल्टर घोषित हो चुके लिकर किंग विजय माल्या भारत लौटने के लिए एक नई शर्त रखी है. उन्होंने कहा है कि वह भारत आना चाहते हैं बशर्ते सरकार उनकी सुरक्षा और आजादी का पूरा भरोसा दे.

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बैंकों के हजारों करोड़ का लोन न चुकाने के मामले में डिफॉल्टर घोषित हो चुके लिकर किंग विजय माल्या भारत लौटने के लिए एक नई शर्त रखी है. उन्होंने कहा है कि वह भारत आना चाहते हैं बशर्ते सरकार उनकी सुरक्षा और आजादी का पूरा भरोसा दे. शनिवार को यूनाइटेड ब्रेवरीज लिमिटेड(यूबीएल) की बोर्ड मीटिंग हुई थी, जिसमें माल्या ने ये शर्त रखी. इस मीटिंग की अध्यक्षता वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए खुद विजय माल्या ने की.

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने विजय माल्या को यूके से प्रत्यर्पित कराने की कोशिश की थी. लेकिन ब्रिटिश सरकार ने इसकी इजाजत नहीं दी. माल्या 2 मार्च को लंदन चले गए थे. इकॉनोमिक्स टाइम्स के मुताबिक मुंबई में शुक्रवार को यूबीएल की बोर्ड मीटिंग हुई थी. जिसमें माल्या ने कहा कि उनकी बैंकों से लोन चुकाने को लेकर गंभीर बात हुई है. वे जल्द से जल्द कर्ज चुका देंगे. माल्या ने कहा कि वो सभी प्रश्नों का जवाब देने के लिए भारत लौटना चाहते हैं, लेकिन उन्हें सुरक्षा और आजादी का भरोसा दिया जाए.

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माल्या से छिना गोवा का किंगफिशर विला
गौरतलब हो कि कर्ज में डूबे शराब कारोबारी विजय माल्या के गोवा स्थि‍त 'किंगफिशर विला' को बैंकर्स संघ 'एसबीआई कैप्स' ने शुक्रवार को टेकओवर कर लिया. बुधवार को ही उत्तरी गोवा के कलेक्टर ने बैकों को माल्या के कैंडोलिम स्थित विला को टेकओवर करने की अनुमति दे दी थी.

माल्या पर है 9000 करोड़ का कर्ज
आपको बता दे कि माल्या पर इस समय बैंको का 9000 करोड़ रुपये का ऋण बकाया है और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में प्रवर्तन निदेशालय उनसे पूछताछ करना चाहता है. बोर्ड के ही एक इंडिपेंडेट मेंबर सुनील अलघ ने बताया, 'माल्या बैंको के साथ गंभीरता से बात कर रहे हैं. माल्या ने हमसे कहा कि उन पर लगाए जा रहे आरोप गलत हैं और उनका इरादा लोन चुकाने का है. बोर्ड अभी भी माल्या के समर्थन में है और वह इसे कॉरपोरेट गवर्नेंस का मुद्दा नहीं मान रहा है. अगस्त में होने वाली बोर्ड की अगली बैठक में इस मामले पर चर्चा की जाएगी.'

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