भारतीय बैंकों से करीब 9 हजार करोड़ का कर्ज लेकर विदेश भागे विजय माल्या ने सोमवार को राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया. माल्या ने राज्यसभा के चेयरमैन को इस्तीफा भेजा और सदन की एथिक्स कमेटी को भी इस्तीफे की जानकारी दी.
सांसद विजय माल्या की राज्यसभा की सदस्यता का मामला सदन की एथिक्स कमेटी के पास पहले ही पहुंच चुका था और कमेटी माल्या सदस्यता रद्द करने पर विचार कर रही थी.
25 अप्रैल को एथिक्स कमेटी के अध्यक्ष कर्ण सिंह ने कहा था, 'माल्या ने लगातार वारंट को नजरअंदाज करके गुनाह किया है, लेकिन फिर भी हम निष्पक्ष न्याय की प्रक्रिया के तहत सात दिनों का समय दे रहे हैं. अगर वह समय रहते पेश नहीं होते तो सदन जरूरी कदम उठाएगा.'
हालांकि राज्यसभा सचिवालय ने बताया कि उन्हें विजय माल्या का इस्तीफा अभी तक नहीं मिला है.