यूबी ग्रुप के प्रमुख और 9000 का कर्ज लेकर विदेश भागे विजय माल्या बजट सत्र के पहले दिन सदन में मौजूद थे. जी हां, राज्यसभा की उपस्थिति के आंकड़े से पता चला कि शराब कारोबारी माल्या मौजूदा बजट सत्र के दौरान सदन में केवल एक दिन मौजूद थे. रविवार को पता चला है कि वह आखिरी बार एक मार्च को राज्यसभा में उपस्थित थे.
जारी सत्र के साथ खत्म होगा माल्या का कार्यकाल
उपस्थिति के आंकड़े से पता चला कि राज्यसभा सदस्य के तौर पर उनके दूसरे कार्यकाल में वह सदन की 424 बैठकों में केवल 121 दिन मौजूद थे. माल्या एक जुलाई, 2010 को निर्दलीय सदस्य के तौर पर राज्यसभा का हिस्सा बने थे और इस साल 30 जून को उनका कार्यकाल खत्म हो रहा है. उनके छह साल के कार्यकाल में यह उनका आखिरी नियमित सत्र है.
सदन में कम होती गई माल्या की मौजूदगी
सांसद के तौर पर उनका पहला कार्यकाल दस अप्रैल, 2002 से अप्रैल 2008 के बीच था. 2010 में उनकी उपस्थिति सबसे ज्यादा थी लेकिन पिछले दो सालों में इसमें काफी कमी दर्ज की गई. उपस्थिति के आंकड़े के अनुसार साल 2014 में माल्या राज्यसभा की 64 बैठकों में से केवल 13 में शामिल हुए. माल्या ने इस कार्यकाल में एक भी गैर सरकारी विधेयक पेश नहीं किया.
विशेष सत्र से नदारद रहे थे माल्या
220वीं सत्र (सात जुलाई से 31 अगस्त, 2010 के बीच) में कर्नाटक के निर्दलीय सांसद विजय माल्या 26 में से 20 बैठकों में शामिल हुए, जबकि 224वीं सत्र (11 नवंबर, 2011 से 29 दिसंबर, 2011 के बीच) में वह 24 में से 14 सत्रों में शामिल हुए. विशेष सत्र (नौ जून से 11 जून, 2014 के बीच) के दौरान माल्या एक बार भी संसद नहीं आए.